2016 में किया था डेब्यू
डॉसन ने भारत के खिलाफ ही साल 2016 में टेस्ट डेब्यू किया था और इन 9 साल के अंतराल में वह सिर्फ 3 टेस्ट ही खेल पाए हैं और 2017 के बाद उन्हें कोई मौका नहीं मिला है। डॉसन ने व्हाइट बॉल में अपने शानदार प्रदर्शन ने एक बार फिर चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है और उन्हें शोएब बशीर की जगह चौथे टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया गया है। डॉसन ने टेस्ट में 7, वनडे में 5 और टी20 में 11 विकेट हासिल किए हैं। हालांकि रेड बॉल से उन्होंने घरेलू क्रिकेट में कमाल का प्रदर्शन किया है, जो अब तक अंतरराष्टीय पिच पर दोहराने में सफल रहे हैं। डॉसन ने 212 फर्स्ट क्लास मैचों में 371 विकेट चटकाए हैं। इसके अलावा उन्होंने 167 लिस्ट ए मैचों में 174 विकेट लिए हैं। डॉसन ने न सिर्फ गेंद से बल्की बल्ले से भी कमाल किया है। उनके नाम 10 हजार से ज्यादा फर्स्ट क्लास रन हैं। फर्स्ट क्लास में 18 शतक और 56 अर्धशतकीय पारी खेल चुके हैं।
डॉसन के पास शानदार मौका
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में अब तक 3 मुकाबले खेले गए हैं और तीनों में पिच सबकॉन्टिनेंट जैसी रही है। ऐसे में डॉसन के बाद अपने फर्स्ट क्लास के क्लास को दिखाने का शानदार मौका है।