मैनचेस्टर की पिच भी एजबेस्टन जैसी ही
भारत के लिए सबसे अच्छी बात ये है कि मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड की पिच भी एजबेस्टन जैसी ही नजर आ रही है। पिच पर काफी घास नजर आ रही है। जैसे कि भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज के पहले तीन टेस्ट मैचों में देखने को मिला है, मैच की पूर्व संध्या तक विकेटों पर काफी घास रहती है और फिर मुकाबले के दिन में काट दी जाती है। ओल्ड ट्रैफर्ड में भी ऐसा ही होने की उम्मीद है।
स्पिनरों का रहेगा बोलबाला
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि मैनचेस्टर की पिचें 10 या 15 साल पहले जैसी नहीं रही हैं। जब पिचें में काफी उछाल हुआ करता था। तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिलती थी और रिवर्स स्विंग भी देखने को मिलती थी। अब यहां की पिचें भी बहुत धीमी और बहुत सपाट हैं। ऐसे में यहां स्पिनर्स अहम भूमिका में हो सकते हैं। ऐसे टीम मैनचेस्टर में दो स्पिनरों के साथ खेल सकती है।
पिछले कुछ मैचों के स्कोर
परंपरागत रूप से मैनचेस्टर इंग्लैंड के सबसे तेज विकेटों में से एक रहा है। जहां काफी उछाल मिला करता था, लेकिन पिछले कुछ मैचों में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा है। यहां पिछले कुछ मैचों में श्रीलंका और इंग्लैंड ने क्रमशः 236, 326, 358 और 205 रन बनाए हैं। इससे पहले एशेज 2023 में इंग्लैंड ने 592 रन बनाए थे, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 317 और 214 रन बनाकर मैच बचाया था। 2022 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इंग्लैंड ने एक पारी में 415 रन बनाए थे।