कौन हैं Sir Garfield Sobers? जिसके नाम से दिया जाता है आईसीसी मेंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर का खिताब
28 जुलाई 1936 को ब्रिजटाउन में जन्मे गैरी सोबर्स का पहला प्यार क्रिकेट था। जब वह 8 वर्ष के थे, तब वह बारबाडोस के वांडरर्स ग्राउंड में स्कोरबोर्ड पर स्कोरिंग करते थे।
Greatest all-rounder of all-time Sir Garfield Sobers: विश्व क्रिकेट में जब भी ऑलराउंडर की बात होती है तो सभी का ध्यान कपिल देव, इमरान खान, इयान बॉथम जैसे दिग्गजों की ओर बरबस चला जाता हैं, लेकिन इन धुरंधरों के अलावा एक ऐसा बड़ा खिलाड़ी है, जिसे सर गैरी सोबर्स के नाम से जाना जाता है।
दरअसल, 20वीं शताब्दी के 5 सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर्स में शुमार वेस्टइंडीज के सर गैरी सोबर्स (Sir Garfield Sobers) क्रिकेट को नई बुलंदियों पर पहुंचाने के लिए याद किए जाते हैं। 28 जुलाई 1936 को ब्रिजटाउन में जन्मे गैरी सोबर्स का पहला प्यार क्रिकेट था। जब वह 8 वर्ष के थे, तब वह बारबाडोस के वांडरर्स ग्राउंड में स्कोरबोर्ड पर स्कोरिंग करते थे। स्कोरिंग की वजह से उन्होंने उस दौर के महानतम खिलाड़ियों जैसे फ्रैंक वारल, क्लाइड वालकॉट और एवर्टन वीक्स को अपने सामने खेलते हुए देखा। इसका उन पर गहरा प्रभाव पड़ा, जो जल्द ही जुनून बन गया।
17 वर्ष की उम्र में किया था डेब्यू
वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिकेटर सर गैरी सोबर्स ने महज 17 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और एक उल्लेखनीय करियर की नींव रखी थी। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट करियर का आगाज 30 मार्च 1954 को इंग्लैंड के खिलाफ जमैका में बतौर लेफ्ट आर्म स्पिनर किया था। इस मुकाबले में उन्होंने 75 रन देकर 4 विकेट चटकाए थे, लेकिन दूसरी पारी में वह सिर्फ 1 ओवर ही कर सके थे। हालाकि जैसे-जैसे उनका करियर आगे बढ़ा, उन्हें बतौर ऑलराउंडर पहचान मिलने लगी।
पाकिस्तान के खिलाफ ठोका था तिहरा शतक
गैरी सोबर्स ने अपने डेब्यू के 4 साल बाद 1958 में पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए अपने बल्ले का जलवा दिखाया था। उन्होंने उस पारी में 365 रन बनाए। उस वक्त उन्होंने महज 21 साल और 213 दिन की उम्र में ही टेस्ट तिहरा शतक लगाने की उपलब्धि हासिल की थी। टेस्ट क्रिकेट में ऐसा करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे। उनके इस रिकॉर्ड को ब्रायन लारा ने 1994 में 375 रन बनाकर तोड़ा था।
एक ओवर में लगाए थे छह छक्के
गैरी सोबर्स ने 1968 में अद्भुत कारनामा किया था। दरअसल, उन्होंने इंग्लिश काउंटी में नॉटिंघमशायर की ओर से खेलते हुए ग्लेमॉरगन के मैलकम नैश के ओवर की सभी 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाए थे। इसके साथ ही वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक ओवर में लगातार छह गेंदों पर छह छक्के लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे।
गैरी सोबर्स 1966-67 में जब भारत दौरे पर आए थे तो उनका नाम भारतीय एक्ट्रेस अंजू महेंद्रू से जुड़ा, हालाकि उनका यह रिश्ता ज्यादा नहीं चला और दोनों की राहें जुदा हो गई। उन्होंने 1969 में ऑस्ट्रेलिया की प्रू किर्बी से शादी की हालाकि यह रिश्ता 1990 में तलाक के साथ टूट गया।
जन्म से थी छह-छह अंगुलियां
जन्म से ही गैरी सोबर्स के हाथों में 6-6 अंगुलियां यानी उनके हाथ में कुल 12 उंगलियां थीं। दोनों हाथों में छह-छह उंगलियों की वजह से उन्होंने कोई परेशानी नहीं होती थी हालाकि गैरी सोबर्स ने ये दो अतिरिक्त अंगुलिया अपने साथ नहीं रहने दी। जब वह कुछ बड़े हुए तो उन्होंने दोनों अंगुलियों को काट दिया था, यानी उन्होंने पंद्रह वर्ष की उम्र तक दोनों अंगुलियों को काट दिया था।