सलीम इंजीनियर का बयान
जमात-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष सलीम इंजीनियर ने इस घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा, “प्रयागराज में महाकुंभ में मची भगदड़ बेहद दुखद है, जिसमें कई निर्दोष श्रद्धालुओं की जान चली गई। इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि यह एक गंभीर घटना है, जो इस बात को रेखांकित करती है कि जब किसी स्थान पर भारी भीड़ हो, तो उसकी सुरक्षा और प्रबंधन के लिए विशेष सावधानी और योजनाबद्ध तरीके से काम करना जरूरी है।
भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा की अहमियत
इस्लामिक संगठन ने अपने बयान में यह भी कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना एक सख्त संदेश देती है, जो भीड़ प्रबंधन और सुरक्षित व्यवस्था की तत्काल आवश्यकता को बताती है। जमात-ए-इस्लामी हिंद ने विशेष रूप से तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात की। इसके साथ ही, संस्था ने यह भी जोर दिया कि आम श्रद्धालुओं के लिए निर्बाध व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
वीआईपी मूवमेंट पर सवाल
इंजीनियर ने यह भी कहा कि वीआईपी मूवमेंट के कारण आम श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से यह आग्रह किया कि वे वीआईपी के लिए विशेष सेवाओं के बजाय आम श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपनी बुनियादी जिम्मेदारी को न छोड़ें। उनका कहना था कि मेले की व्यवस्थाओं को इस तरह से संचालित किया जाना चाहिए कि सभी श्रद्धालुओं को एक जैसी सुरक्षा और सुविधा मिले, न कि केवल वीआईपी को विशेष प्राथमिकता दी जाए।
संस्था का आग्रह
जमात-ए-इस्लामी हिंद ने सरकार से यह भी मांग की है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टालने के लिए कड़ी और कारगर योजना बनाई जाए। इसके साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाए कि हर श्रद्धालु की सुरक्षा और उनके अधिकारों का सम्मान किया जाए, चाहे वह वीआईपी हो या आम व्यक्ति।