ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लायन ने दिन का खेल खत्म होने के बाद इस रनआउट का मज़ाक उड़ाया है। लायन ने इस घटना पर खुशी और आश्चर्य दोनों व्यक्त करते हुए कहा, “यह आज तक का सबसे अच्छा बारबेक्यू है। सच कहूं तो यह अचानक हुआ। दोनों बहुत आसानी से खेल रहे थे। लेकिन दबाव अजीब चीजें करता है। ऐसे मूर्खतापूर्ण रन-आउट कोच के लिए जानलेवा होते हैं, है न?”
जायसवाल का रनआउट आज के दिन का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट रहा। कप्तान रोहित शर्मा और केएल राहुल के जल्द आउट होने के बाद जायसवाल और कोहली ने 102 रन की साझेदारी की औरभारतीय बल्लेबाजी को संभाला। लेकिन 43वें ओवर में एक मिसअंडरस्टैंडिंग के चलते टीम को भरी नुकसान हुआ। जायसवाल ने स्कॉट बोलैंड की गेंद को मिड-ऑन पर पैट कमिंस की ओर फ्लिक किया और सहज रूप से एक रन के लिए कहा।
कोहली ने भी रन के लिए अप्रोच किया, लेकिन फिर मना कर दिया। जायसवाल अपने कॉल पर भागते हुए नॉन-स्ट्राइकर एंड पर आ गए। कमिंस ने बिना कोई गलती किए तेजी से गेंद को पकड़ा और विकेट कीपर एलेक्स कैरी को फेंका और जायसवाल रनआउट हो गए। आउट होने से जायसवाल की 82 रनों की शानदार पारी खत्म हो गई और भारत ने खेल के अंतिम 30 मिनट में मात्र छह रन पर तीन विकेट गंवा दिए, जिससे स्टंप तक उनका स्कोर 164/5 हो गया और वे ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के 474 रनों से 310 रन पीछे रह गए।
इस गड़बड़ी से जायसवाल निराश होकर मैदान से बाहर चले गए और उन्होंने अविश्वास में कोहली की ओर इशारा किया। भारत की परेशानी में इज़ाफा करते हुए, विराट ने बोलैंड की वाइड गेंद को विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों में दे मारा और सिर्फ़ सात गेंद बाद 36 रन बनाकर आउट हो गए।
कोहली को ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर खेलने के लिए उकसाने की ऑस्ट्रेलिया की लगातार रणनीति आखिरकार कामयाब रही, लेकिन जायसवाल के रन आउट होने से पहले मैच की गति बदल गई। लायन ने रन आउट और उसके बाद हुई गिरावट को मैच को ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में मोड़ने का श्रेय दिया। लायन ने कहा, “हमारे लिए आखिरी कुछ ओवर बहुत अहम थे। उस साझेदारी को तोड़ना अहम था, और उसके तुरंत बाद विराट को आउट करना – ऐसा लगा कि गति हमारे पास वापस आ गई।”