भारत ने चौथी पारी में इंग्लैंड को जीत के लिए 371 रन का विशाल लक्ष्य दिया था। लेकिन इंग्लिश टीम ने आखिरी दिन 82 ओवरों में ही यह लक्ष्य पांच विकेट रहते हासिल कर लिया। बेन डकेट की शानदार 149 रनों की पारी ने रनचेज की नींव रखी, जिसे जो रूट और जेमी स्मिथ ने बेहद संयम से अंजाम तक पहुंचाया।
जहां एक ओर इंग्लैंड ने हाल के वर्षों की सबसे यादगार जीत दर्ज की, वहीं भारत के लिए यह मैच कई शर्मनाक आंकड़ों के साथ खत्म हुआ। सबसे बड़ा रिकॉर्ड यह रहा कि टेस्ट इतिहास में यह चौथी बार हुआ जब किसी टीम ने 800 से ज्यादा रन बनाए और मैच हार गई।
हेडिंग्ले में खेले गए इस टेस्ट मैच में भारत ने पहली पारी में 471 और दूसरी पारी में 364 रन बनाए। कुल 835 रनों का स्कोर टेस्ट क्रिकेट में किसी भी हारी हुई टीम के लिए चौथा सबसे बड़ा स्कोर है। भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन इंग्लैंड की बल्लेबाजी और गेंदबाजी ने भारत को जीत से वंचित कर दिया। इस हार ने क्रिकेट प्रशंसकों को हैरान कर दिया, क्योंकि इतने बड़े स्कोर के बावजूद हार की कल्पना करना मुश्किल था।
टेस्ट इतिहास में 800+ रन बनाकर हारने वाली टीमें
टेस्ट क्रिकेट में 800 से अधिक रन बनाकर हारना एक असाधारण घटना है। अब तक केवल चार टीमें इस दुर्भाग्यपूर्ण सूची में शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से तीन बार ऐसा बेन स्टोक्स–ब्रेंडन मैकुलम के एरा में हुआ है। आइए, इन चारों मौकों पर एक नजर डालें:
861 रन – इंग्लैंड vs ऑस्ट्रेलिया, हेडिंग्ले 1948
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाकर हारने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम है। 1948 में हेडिंग्ले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड ने कुल 861 रन बनाए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने डॉन ब्रैडमैन की अगुआई में 404 रनों के लक्ष्य को हासिल कर लिया। यह टेस्ट क्रिकेट में चेज़ करते हुए सबसे यादगार जीत में से एक है।
847 रन – पाकिस्तान vs इंग्लैंड, रावलपिंडी 2022
दिसंबर 2022 में रावलपिंडी में खेले गए ऐतिहासिक टेस्ट मैच में पाकिस्तान ने पहली पारी में 579 रन और दूसरी पारी में 268 रन बनाते हुए कुल 847 रन खड़े किए। लेकिन इसके बावजूद वे इंग्लैंड की आक्रामक ‘बाजबॉल’ रणनीति के आगे टिक नहीं सके। इंग्लैंड ने पहली पारी में 657 रन बनाए और फिर लक्ष्य का तेजी से पीछा करते हुए यह टेस्ट जीत लिया। यह मुकाबला टेस्ट क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत के तौर पर देखा गया, जहां इंग्लैंड ने परंपरागत धीमी बल्लेबाज़ी को छोड़कर आक्रामक सोच को अपनाया।
837 रन – न्यूजीलैंड vs इंग्लैंड, ट्रेंट ब्रिज 2022
ट्रेंट ब्रिज में खेले गए यादगार टेस्ट मुकाबले में न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 553 और दूसरी पारी में 284 रन बनाए। कुल मिलाकर कीवी टीम ने 837 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। लेकिन इसके बावजूद इंग्लैंड ने 299 रन के लक्ष्य का पीछा कर शानदार अंदाज़ में मुकाबला जीत लिया। इस ऐतिहासिक जीत में जो रूट और बेन स्टोक्स की बेहतरीन बल्लेबाज़ी ने अहम भूमिका निभाई। दोनों बल्लेबाजों ने ‘बाजबॉल’ अप्रोच के तहत आक्रामक खेल दिखाते हुए मैच का रुख पूरी तरह इंग्लैंड की ओर मोड़ दिया। यह मुकाबला भी उस दौर का हिस्सा बना जब इंग्लैंड ने टेस्ट क्रिकेट में परंपराओं को तोड़कर नये आक्रामक युग की शुरुआत की। न्यूजीलैंड के 837 रन भी इंग्लैंड की रफ्तार और इरादों को रोक नहीं सके।
835 रन – भारत vs इंग्लैंड, हेडिंग्ले 2025
भारत की हालिया हार अब टेस्ट क्रिकेट इतिहास की चौथी सबसे बड़ी स्कोर वाली हार बन चुकी है। टीम इंडिया ने पहली पारी में 471 रन और दूसरी पारी में 364 रन बनाए, यानी कुल 835 रनों की जबरदस्त बल्लेबाज़ी के बावजूद इंग्लैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले ने एक बार फिर साबित कर दिया कि टेस्ट क्रिकेट में केवल बड़े स्कोर ही जीत की गारंटी नहीं होते।