2024 में लगातार गिरता प्रदर्शन, लोअर ऑर्डर बन रहा सबसे बड़ी चिंता
2024 की शुरुआत से ही भारतीय टेस्ट टीम का प्रदर्शन गिरावट की ओर है और इसका सबसे बड़ा कारण है टीम का निचला बल्लेबाजी क्रम। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में हिस्सा लेने वाली सभी 9 टीमों में भारतीय लोअर ऑर्डर सबसे कमजोर साबित हुआ है। आंकड़ों की मानें तो 2024 से अब तक 9 ऐसे मौके आए जब भारत के अंतिम 5 विकेट मिलकर भी 50 रन नहीं जोड़ पाए। इसके विपरीत, बाकी सभी WTC टीमें इस दौरान केवल 7 बार ही इस स्थिति का शिकार हुई हैं। यह स्पष्ट संकेत है कि भारत की यह समस्या बाकी टीमों की तुलना में कहीं ज़्यादा गहरी और गंभीर है।भारत का लोअर ऑर्डर एवरेज सबसे नीचे
भारत के लोअर ऑर्डर का बल्लेबाजी औसत महज 18.93 रहा है। जो कि सभी 9 टीमों में सबसे खराब है। यह आंकड़ा टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ताओं के लिए खतरे की घंटी है, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में निचले क्रम का योगदान अक्सर मैच का पासा पलट सकता है। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमें अपने निचले क्रम की उपयोगिता को बखूबी समझती हैं, जिन्होंने कई बार संकट के समय रन बनाकर टीम को उबारा है। लेकिन भारत इस क्षेत्र में पिछड़ता दिख रहा है।तेज गेंदबाजों की बैटिंग से निराशा, नंबर 7 से नीचे सिर्फ 5.8 का औसत
2024 से अब तक 7 भारतीय तेज गेंदबाज नंबर 7 से नीचे बल्लेबाजी कर चुके हैं, लेकिन उनका संयुक्त बल्लेबाजी औसत सिर्फ 5.8 रहा है। यह प्रदर्शन बेहद चिंताजनक है। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे मुख्य गेंदबाजों का फर्स्ट-क्लास बैटिंग एवरेज 10 से भी कम है। ऐसे में उनसे टेस्ट में बल्ले से योगदान की उम्मीद करना अव्यावहारिक है।इसके विपरीत, इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स (31.52), ब्रायडन कार्स (29.73) और जोश टंग (14.73) का बैटिंग एवरेज काफी बेहतर रहा है। ये तीनों ही लीड्स टेस्ट में नंबर 8, 9 और 10 पर बल्लेबाजी करने उतरे थे।