IND vs NZ: स्पिनर्स की फिरकी में फंसी न्यूजीलैंड, आधी टीम आउट, 20 ओवर खेल गए डॉट
Champions Trophy 2025 Final: भारत और न्यूजीलैंड के बीच दुबई में खिताबी मुकाबला जारी है, जहां कीवी टीम के तेज तर्रार शुरुआत के बाद भारतीय गेंदबाजों ने शानदार वापसी की है।
IND vs NZ Final: आईसीसी मेंस चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबला दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में जारी है। न्यूजीलैंड के कप्तान मिचेल सैंटनर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। रचिन रविंद्र और विल यंग ने ताबड़तोड़ शुरुआत दी लेकिन इसके बाद वरुण चक्रवर्ती का चक्रवात आया और उन्होंने विल यंग को आउट कर भारत को पहली सफलता दिला दी। इससे पहले टॉस के समय मिचेल सैंटनर ने टीम में एक बदलाव का ऐलान किया तो रोहित एंड कंपनी बिना बदलाव के साथ खिताब जीतने के इरादे से मैदान पर उतरी।
विल यंग और रचिन रविंद्र ने पारी की शुरुआत की और तेजी से 50 रन जोड़ दिए। इसके बाद रोहित शर्मा ने अपने सबसे भरोसेमंद गेंदबाज को मोर्चे पर लगाया और वरुण चक्रवर्ती ने यंग को आउट कर पहली सफलता दिला दी। 11वें ओवर में कुलदीप यादव को रोहित ने मोर्चा संभालने को कहा और उन्होंने पहली गेंद पर खतरनाक दिख रहे रचिन रविंद्र को आउट कर पवेलियन भेज दिया। इसके बाद उन्होंने केल विलियमसन को भी पवेलियन भेज दिया। टॉम लैथम को रवींद्र जडेजा ने अपनी जाल में फंसाकर आउट किया। 38 ओवर तक न्यूजीलैंड ने 5 विकेट गंवाकर 165 रन बना लिए थे और इस दौरान उन्होंने 132 गेंद डॉट कर दी है। इसका मतलब ये है कि न्यूजीलैंड की टीम ने 22 ओवर डॉट में निकाल दिया है।
चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल वहीं खेला जा रहा है, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच एक रोमांचक मुकाबला हुआ था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को हराया था। दुबई के इस मैदान पर पहले भी शानदार क्रिकेट देखने को मिला है, और आज होने वाला यह फाइनल भी दर्शकों के लिए बेहद रोमांचक साबित होने की संभावना है। भारत ने इस पिच पर जब पाकिस्तान को आसानी से हराया था तो गेंदबाजों ने अहम भूमिका निभाई थी और विराट कोहली के 52वें शतक की बदौलत भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से हराकर जीता था। चूंकि इस पिच पर स्पिनरों को मदद मिलती है, और खिताबी मुकाबले की शुरुआत में ऐसा देखने को भी मिला।
फिर भारत के सामने बड़ी चुनौती
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में अब तक खेले गए मैचों में इस पिच ने बल्लेबाजों और गेंदबाजों को समान रूप से चुनौती दी है। खासकर स्पिन गेंदबाजों ने इस मैदान पर अपनी क्षमता को साबित किया है। पिछले कुछ मैचों में स्पिनरों का दबदबा देखा गया था। इस पिच पर भी यह उम्मीद की जा रही है कि 250 रन से ऊपर का स्कोर चुनौतीपूर्ण साबित होगा। भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐसे ही लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी, जिससे यह साबित हो गया कि यह पिच बल्लेबाजों के लिए मुश्किल हो सकती है, लेकिन फिर भी भारत ने चुनौती को स्वीकार कर सफलता हासिल की और एक बार फिर भारत को लक्ष्य का पीछा करना है।