इंपैक्ट प्लेयर रूल से बल्लेबाजों को मिली खुली छूट
इंपैक्ट प्लेयर नियम के आने के बाद टीमों के पास एक अतिरिक्त बल्लेबाज की सुविधा हो गई। इस वजह से बल्लेबाजों ने जोखिम रहित आक्रामकता अपनाई और शुरुआती ओवरों से ही बड़े शॉट खेलने लगे। शायद यही वजह है कि आईपीएल 2024 में 41 बार टीमों ने 200 प्लस स्कोर बनाए, जिनमें 6 बार स्कोर 250 को भी पार कर गया। इससे पहले के 16 सीजन में महज 2 बार 250+ रन बने थे।
आईपीएल 2025 में क्या बदला?
तेज स्कोरिंग का पैटर्न इस बार भी दिखा और ऐसा लग रहा था कि इस बार भी बड़े स्कोर बनेंगे। शुरुआती 5 मैचों में ही 3 बार 240+ स्कोर बने। लेकिन जैसे-जैसे सीजन आगे बढ़ा, हाई स्कोरिंग मैचों की रफ्तार धीमी हो गई। अब तक 70 मैचों में केवल एक बार 250+ का स्कोर बना है, जब सनराइजर्स हैदराबाद ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 286 रन बनाए थे।
गेंद पर लार के इस्तेमाल ने बदला खेल
इस बदलाव का सबसे बड़ा कारण है बीसीसीआई का एक अहम फैसला गेंद पर लार के इस्तेमाल की अनुमति। कोरोना काल के बाद यह नियम हटा दिया गया था, लेकिन अब इसे वापस लाया गया है। लार के उपयोग से गेंदबाज अब गेंद की एक साइड को चिकना और दूसरी को खुरदुरा बना पा रहे हैं, जिससे रिवर्स स्विंग मिल रही है। रिवर्स स्विंग डेथ ओवर्स में सबसे ज्यादा प्रभावी साबित हो रही है, जब बल्लेबाज़ तेजी से रन बटोरने की कोशिश करते हैं। इसी कारण डेथ ओवर्स में रनगति पर लगाम लग गई है और बड़े स्कोर बनना अब पहले जितना आसान नहीं रहा।
क्या होता है रिवर्स स्विंग?
जब गेंदबाज बॉल पर लार लगाकर घिसता है, तो बॉल घिसे गए साइड में चिकनी हो जाती है। जबकि दूसरी साइड खुरदुरी हो जाती है। तेज गेंदबाज जब बॉलिंग करता है तो गेंद हवा में खुरदुरी साइड की ओर स्विंग करती है, इसी को रिवर्स स्विंग कहते हैं। जो बल्लेबाजों के लिए पढ़ना और खेलना बेहद मुश्किल होता है।
गेंदबाजों की वापसी से संतुलित हुआ खेल
बीसीसीआई के इस नियम ने न केवल बल्लेबाज और गेंदबाज के बीच संतुलन कायम किया है, बल्कि खेल को और ज्यादा प्रतिस्पर्धी और रोमांचक बना दिया है।