मोर्केल की नियुक्ति पर उठाए सवाल
एक इंटरव्यू में मनोज तिवारी ने कहा, “गौतम गंभीर पाखंडी हैं। वह जो कहते हैं, वह करते नहीं हैं। कप्तान रोहित शर्मा मुंबई से हैं, अभिषेक नायर मुंबई से हैं। (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज हारने के बाद) रोहित को बली का बकरा बना दिया गया। जलज सक्सेना के लिए बोलने वाला कोई नहीं है। वह अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं, लेकिन चुप रहते हैं।” पूर्व क्रिकेटर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद काफी निराश नजर आए। उन्होंने कहा कि गौतम गंभीर ने वह कोचिंग नहीं दिखाई, जिसकी उम्मीद थी। उन्होंने गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल और सहायक कोच अभिषेक नायर की नियुक्ति की भी आलोचना की। मनोज ने कहा, “‘टीम में ऐसे गेंदबाजी और बल्लेबाजी कोच होने का क्या फायदा, जो हेड कोच की हर बात मान लें। अभिषेक नायर कोलकाता नाइट राइडर्स में उनके साथ काम कर चुके हैं। लखनऊ सुपरजायट्स के साथ जब गौतम काम कर रहे थे तब मोर्ने मोर्कल भी उनके साथ थे। गंभीर अच्छे से जानते हैं कि ये दोनों कभी भी उनके खिलाफ नहीं जाएंगे। इसलिए इन दोनों को टीम के स्टाफ में शामिल किया गया।”
क्रेडिट चुराने का भी लगाया आरोप
मनोज तिवारी ने गौतम गंभीर पर क्रेडिट चुराने का भी आरोप लगाया। उन्होंने 2012 आईपीएल संस्करण का उदहारण देते हुए समझाया। उन्होंने कहा, “उन्होंने PR की बदौलत शानदार माहौल बना रखा है, जो सारी सफलता का क्रेडिट उन्हें देते हैं। गौतम ने अकेले अपने दम पर कोलकाता को 2012 में चैंपियन नहीं बनाया था। उस समय टीम में मैं था, जैक्स कैलिस थे, सुनील नरेन था, सबने मिलकर कड़ी मेहनत की थी लेकिन सफलता का क्रेडिट सिर्फ उनको मिला।” 2011 में वर्ल्डकप का खिताब जीतने के बाद गौतम गंभीर धोनी पर सारा क्रेडिट लेने का आरोप लगाते रहे हैं। गंभीर की एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हुई, जिसमें उन्होंने कहा था कि “एक छक्के ने वर्ल्डकप नहीं जिताया।” दरअसल वर्ल्डकप 2011 के फाइनल में धोनी ने छक्के के साथ मैच फिनिश किया था और उसी खिताबी मुकाबले में गौतम गंभीर 97 रन बनाकर आउट हो गए थे।