155 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए हैदराबाद को शुरुआती झटका तब लगा जब अभिषेक शर्मा बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। दूसरे छोर पर ट्रैविस हेड कुछ लय में दिखे, लेकिन (19) रन पर वह भी पवेलियन लौटे। विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए मशहूर हेनरिक क्लासेन पर टीम की सारी उम्मीदें थीं। लेकिन, 7 रन बनाकर वह भी आउट हो गए। एक छोटे से स्कोर का पीछा कर रही हैदराबाद ने 54 रनों के भीतर तीन बल्लेबाज खो दिए। हालांकि, तीसरे नंबर पर आए ईशान किशन ने 34 गेंदों में 44 रनों की शानदार पारी खेली और टीम को इस रन चेज में बनाए रखा।
हैदराबाद को महज 90 के स्कोर पर किशन के रूप में चौथा झटका लगा। लेकिन, छठे विकेट के लिए कामिंडू मेंडिस (नाबाद 32) और नीतीश कुमार रेड्डी (नाबाद 19) की 49 रन की अविजित साझेदारी ने हैदराबाद की जीत सुनिश्चित कर दी। हैदराबाद ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का सही फैसला किया। चेन्नई ने शेख रशीद को पारी की पहली ही गेंद पर मोहम्मद शमी के हाथों कैच कराया। आयुष म्हात्रे और सैम करन ने दूसरे विकेट के लिए 39 रन की साझेदारी की। चेन्नई की पारी संभालती हुई दिखाई दे रही थी, लेकिन हर्षल पटेल ने सैम करन को आउट कर दिया। करन ने नौ रन बनाए।
बीच में जडेजा और ब्रेविस के बीच साझेदारी पनपी और दुबे के क्रीज पर आगमन के बाद ब्रेविस ने दो ओवर के अंतराल में चार छक्के जड़कर चेन्नई की रन गति को बरकरार रखा लेकिन ब्रेविस के आउट होने के बाद एक बार फिर चेन्नई की पारी लड़खड़ा गई जिसके चलते वह पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल पाई। हालांकि दीपक हुड्डा ने 22 रनों की पारी खेलकर चेन्नई को 150 के आंकड़े के पार पहुंचाया, लेकिन 150 प्लस का स्कोर हैदराबाद के सामने काफी नहीं था।
CSK से हुई मैच में 5 चूक
चेन्नई सुपर किंग्स इस सीजन लगातार अपनी सलामी जोड़ी बदलती रही है और शुक्रवार को भी उन्होंने ये बदलाव किया और असफल रहा। हैदराबाद के खिलाफ सीएसके का टॉप ऑर्डर फ्लॉप हो गया। धोनी से तो पिछले 2 सीजन से फैंस ने रनों की उम्मीद छोड़ दी होगी और आईपीएल के 43वें मुकाबले में भी वैसा ही हुआ। जडेजा और डेवाल्ड ब्रेविस को गलत बैटिंग ऑर्डर पर भेजा गया। इसके बाद जब चेन्नई के बॉलर्स को अच्छी शुरुआत मिल गई, उसके बावजूद उसे वे बरकरार नहीं रख पाए और सनराइजर्स ने लक्ष्य हासिल कर लिया।