भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस हार को गंभीरता से लेते हुए बड़ा कदम उठाया और कोचिंग स्टाफ में कई बदलाव किए। इसके साथ ही भारतीय टीम के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और कप्तान रोहित शर्मा को भी संन्यास लेने पर मजबूर होना पड़ा। कुल मिलाकर, इस सीरीज़ ने टीम के पांच सदस्यों के अंतरराष्ट्रीय करियर पर विराम लगा दिया।
सीरीज़ के दौरान ही अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके कुछ ही समय बाद बीसीसीआई ने सहायक कोच अभिषेक नायर, फील्डिंग कोच टी. दिलीप और स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई को उनके पदों से हटा दिया। बीसीसीआई ने कोचिंग स्टाफ के अन्य सदस्यों को भी बाहर कर यह स्पष्ट संकेत दिया है कि टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के प्रदर्शन में गिरावट को कतई नज़रअंदाज़ नहीं किया जाएगा।
अब कप्तान रोहित शर्मा ने भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। हैरानी की बात यह है कि लगभग 20 दिन पहले एक पॉडकास्ट में उन्होंने कहा था कि वे इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज़ जीतने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उम्मीद जताई थी कि भारत इस बार इंग्लैंड में इतिहास रचेगा। हालांकि, ऐसा प्रतीत होता है कि चयनकर्ता और टीम मैनेजमेंट उन्हें टेस्ट टीम के भविष्य की योजना में शामिल नहीं कर रहे थे। संभवतः यही कारण रहा कि रोहित ने अचानक यह बड़ा फैसला लिया।