संजय बांगर का कहना है कि संजू सैमसन का हालिया प्रदर्शन जबरदस्त रहा है, जिससे टीम में दो विकेटकीपर-बल्लेबाजों को शामिल करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा, पिछली सीरीज के प्रदर्शन को देखें तो विकेटकीपर-बल्लेबाज के लिए एक ही जगह है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि संजू सैमसन ने इस मौके को दोनों हाथों से कैच कर लिया है।”
सैमसन ने अपनी पिछली 5 टी-20 अंतरराष्ट्रीय पारियों में तीन शतक जमाए हैं, जिनमें बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार पारियां शामिल हैं। बांगर ने यह भी कहा कि तिलक वर्मा जैसे अन्य बाएं हाथ के बल्लेबाजों की मौजूदगी के चलते सिर्फ बाएं हाथ के बल्लेबाज के तौर पर ऋषभ पंत को शामिल करने की जरूरत कम हो जाती है।
उन्होंने इसे विस्तार से समझाते हुए कहा, “तिलक वर्मा भी एक बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है तो अब टीम में बाएं हाथ के बल्लेबाज की जरूरत पहले जितनी अहम नहीं रही, क्योंकि पहले से ही कई लेफ्ट-हैंडर्स मौजूद हैं।
पूर्व क्रिकेटर दीप दासगुप्ता का नजरिया भी कुछ इसी तरह का है। उन्होंने माना कि पंत को टीम में जरूर होना चाहिए, लेकिन संजू सैमसन के मौजूदा फॉर्म को देखते हुए उनका प्लेइंग इलेवन में जगह बनाना तय नहीं है।
दासगुप्ता ने कहा, “मेरी टीम में ऋषभ पंत जरूर होंगे, लेकिन प्लेइंग-11 में नहीं, क्योंकि इस फॉर्मेट में मुझे लगता है कि उनकी सही जगह टॉप तीन या चार में है।” भारत 22 जनवरी से कोलकाता के ईडन गार्डन्स में इंग्लैंड के खिलाफ T20 सीरीज खेलने जा रहा है और विकेटकीपर-बल्लेबाज की जगह के लिए मुकाबला काफी कड़ा बना हुआ है।