डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक वॉर्न की मौत के बाद उनके विला से कामाग्रा नाम की दवा की बोतल हटाई गई थी। इस बात का खुलासा तब मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने किया है। उसने कहा है कि इस बात को छिपाने को कहा गया था। कामाग्रा एक सेक्सुअल दवा है जिसका इस्तेमाल इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के इलाज में होता है। इस दवा में सिल्डेनाफिल साइट्रेट पाया जाता है। यह वियाग्रा जैसी दवा है। दवा उन व्यक्तियों के लिए खतरनाक साबित होती है, जिन्हें पहले से ही हृदय संबंधी समस्याएं हों।
एक थाई पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया, “हमारे सीनियर अधिकारियों ने हमें बोतल हटाने का आदेश दिया था। ये निर्देश ऊपर से दिए गए थे। मुझे लगता है कि इसमें ऑस्ट्रेलिया के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे, क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि उनके राष्ट्रीय हीरो का अंत इस तरह सामने आए।” अधिकारी ने यह भी बताया कि घटनास्थल पर उल्टी और खून के धब्बे मिले थे, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वॉर्न ने अपनी मौत से पहले कामाग्रा की कितनी मात्रा का सेवन किया था।
नए खुलासों ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या शेन वॉर्न की विरासत को सुरक्षित रखने के लिए महत्वपूर्ण सबूतों को जानबूझकर छुपाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया था कि उनकी मौत प्राकृतिक कारणों से हुई थी और इसका कारण दिल का दौरा बताया गया था। हालांकि, हालिया खुलासों ने सनसनी फैला दी है, जिससे संकेत मिलता है कि संभवतः कामग्रा की गोलियों के सेवन के कारण उन्हें दिल का दौरा पड़ा।