शशांक सिंह ने जीत के बाद किया खुलासा
श्रेयस अय्यर की 42 गेंदों पर 97 रन की धमाकेदार पारी और पारी आखिरी ओवर में शशांक सिंह के 23 रनों की बदौलत पंजाब किंग्स ने गुजरात टाइटंस के सामने 244 रन का विशाल लक्ष्य रखा। इसके जवाब में गुजरात की टीम 232 रन ही बना सकी और पंजाब को
आईपीएल 2025 में पहली जीत मिली। मुकाबला 11 रन से जीतने के बाद शशांक सिंह ने खुलासा किया कि क्यों श्रेयस को शतक से वंचित किया?
शतक के बारे में चिंता न करने को कहा
शशांक ने मैच के बाद कहा कि ईमानदारी से कहूं तो पहले मैंने स्कोर बोर्ड नहीं देखा था, लेकिन पहली गेंद पर मैंने देखा कि श्रेयस 97 रन पर थे। मैं उनसे पूछने वाला था कि मुझे सिंगल लेना चाहिए या कुछ और करना चाहिए, लेकिन श्रेयस ने खुद आकर मुझसे कहा कि मैं उनके शतक के बारे में चिंता न करूं। शशांक ने कहा कि ऐसा कहने के लिए बहुत हिम्मत और साहस की जरूरत होती है, क्योंकि जाहिर है कि टी20 में शतक आसानी से नहीं बनते, खासकर आईपीएल में। इससे मेरा आत्मविश्वास और भी बढ़ गया।
निस्वार्थी हैं श्रेयस- शशांक सिंह
इसका नतीजा ये हुआ कि पंजाब की टीम ने आखिरी चार ओवरों में 77 रन जोड़े। दरअसल, अय्यर ने आखिरी तीन ओवरों में सिर्फ चार गेंदों का सामना किया। वहीं, शशांक सिंह ने 16 गेंदों पर 44 रन बना डाले। शशांक ने कहा कि यह एक टीम गेम है, यह हम सभी जानते हैं, लेकिन फिर ऐसी परिस्थितियों में इतना निस्वार्थ होना मुश्किल है, लेकिन श्रेयस उनमें से एक हैं। ‘दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक हैं श्रेयस’
उन्होंने आगे कहा कि मैं श्रेयस को पिछले 15 साल से जानता हूं, वे वैसे ही हैं। उन्होंने मुझे शांत रहने, क्रिकेट के शॉट खेलने, जो मैं आमतौर पर खेलता हूं, अपना संतुलन बनाए रखने के लिए कहा और भगवान की कृपा से, मुझे लगता है कि हमने अच्छा प्रदर्शन किया। श्रेयस एक ऐसे व्यक्ति हैं जो कप्तान के तौर पर सहज ज्ञान पर काम करते हैं। यही वजह है कि वे इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक हैं।