मिशन अस्पताल का लाइसेंस रद्द
CMHO मुकेश जैन ने बताया कि मिशन अस्पताल को लाइसेंस रिन्यूअल के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया था। इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने दस्तावेज जमा नहीं कराए हैं। अस्पताल में लैब टेक्नीशियन और कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति नहीं की गई थी। इन कमियों के चलते अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन करा लिया गया है। बिगड़े हालातों में कार्यवाही की जा रही है अब सभी जानकारियां कोर्ट के सामने दी जाएंगी।
फर्जी डॉक्टर कर रहा था हार्ट सर्जरी
बता दें कि दमोह के मिशनरी अस्पताल में नरेंद्र यादव नाम का शख्स डॉ. एनजॉन कैम के नाम से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी कर रहा था। उसने जनवरी-फरवरी 2025 में 15 से ज्यादा हार्ट सर्जरी की, जिनमें से 8 मरीजों की मौत हो चुकी है। जिन मरीजों का ऑपरेशन किया था, उनमें से तीन की मौत एंजियोप्लास्टी के समय हुई थी। जांच में पता चला कि उसकी डिग्री और अनुभव पूरी तरह से फर्जी थे। फर्जी डॉक्टर पुलिस की गिरफ्त में है और उससे पुलिस पूछताछ कर रही है।