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दमोह में समर्थन मूल्य पर खरीदा गया गीला और नमी युक्त गेहूं बढ़ाएग मुसीबतें

-समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी २०२५ की आखिरी दिनांक और एमएसपी, बीते दिनों की बारिश में १ हजार क्विंटल से अधिक गेंहू भीगने और नमी युक्त होने के आसार, विभाग कर रहा अनदेखी

दमोहMay 08, 2025 / 11:17 am

Samved Jain

दमोह. जिले में इस समय समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी जोर-शोर से चल रही है। हालात ये हैं कि किसानों से बंपर मात्रा में गेहूं खरीदी जा रही है, लेकिन हाल ही में जिले में आए मौसम बदलाव ने खरीदी केंद्र प्रभारियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बीते चार दिनों में अलग-अलग जगहों पर रुक-रुक हुई बारिश ने हालात और खराब कर दिए हैं। खासकर उन 19 केंद्रों पर, जहां खुले में गेहूं की खरीदी की जा रही है।
मौसम की इस अचानक बदलाव के कारण इन केंद्रों पर रखे गए करीब 1000 क्विंटल गेहूं भीगने की खबर सामने आई है। यह गेहूं अब बारिश के कारण गीला और नमी से प्रभावित हो चुका है। लेकिन एक गंभीर सवाल उठ रहा है कि विभाग ने अब तक इस गेहूं का कितना नुकसान हुआ है, इसका कोई आधिकारिक रेकॉर्ड साझा नहीं किया है। साथ ही गीला और नमी युक्त गेहूं कहां गया, वह भी नहीं बताया जा रहा है। ऐसे में सवाल है कि भीगा हुआ गेहूं गोदामों या वेयरहाउस में यदि रखवाया गया है तो यह आगे के समय में परेशानियां बढ़ा सकता है।
सबसे बड़ी चिंता इस बात को लेकर है कि यदि इस गीले और नमी से प्रभावित गेहूं को बिना ठीक से सुखाए गोदामों या वेयरहाउस में भेज दिया गया है, तो यह भविष्य में कई समस्याएं पैदा कर सकता है। गीला गेहूं आसानी से खराब हो सकता है और इससे पूरा गोदाम या वेयरहाउस प्रभावित हो सकता है। गेहूं सडऩे, पीकने या फिर उसकी गुणवत्ता खराब होने के गंभीर खतरे हो सकते हैं। ऐसे में यदि गेहूं का सही तरीके से परिवहन और रखरखाव नहीं किया गयाए तो यह किसानों और संबंधित अधिकारियों दोनों के लिए बड़ी समस्या बन सकता है।
इस स्थिति में विभाग को जल्द ही एक्शन लेने की आवश्यकता है, ताकि गेहूं को सुरक्षित तरीके से रखी जा सके। साथ ही, बारिश में भीगे गेहूं का सही तरीके से मूल्यांकन करके उसकी उचित देखभाल की जाए। यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो गेहूं की गुणवत्ता में गिरावट आ सकती है, जिससे शासन को बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा और विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ सकते हैं।
वर्शन
गेहूं की खरीदी से लेकर उसे वेयर हाउस में रखवाने तक की जिम्मेदारी केंद्र प्रभारी और सर्वे एजेंसी की है। यदि गीले और नमी युक्त गेहूं को कहीं गोदाम में रखवाया गया है तो पता करा लेते हैं। यह गलत है।
लक्ष्मण रजावत, प्रबंधक नान दमोह
  • फैक्ट फाइल
    ५२ केंद्रों पर चल रही है खरीदी
    ३३ गोदाम और १९ समिति स्तरीय हैं केंद्र
    १ लाख ३० हजार मीट्रिक टन से अधिक हो चुकी खरीदी

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