CG News: पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान
गौरतलब है कि
इंद्रावती नदी के किनारे बसे आदिवासी गांव छिंदनार में ग्राम सरपंच संध्या शुक्ला, पंचायत सचिव गोदरू राम इस्ताम एवं ग्राम वासियों के सामूहिक प्रयासों से नियमित कचरा संग्रहण, गीले-सूखे कचरे का पृथक्करण, नालियों का निर्माण और हैंडपंप के पास सोक पिट जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं।
पंचायत भवन के पास कबाड़ से निर्मित स्वच्छता गार्डन ग्रामीणों की कल्पनाशीलता और जागरूकता का प्रतीक बन गया है। यह गार्डन विभिन्न सरकारी योजनाओं के रचनात्मक मॉडल से सजा हुआ है। साथ ही, नाडेप विधि से जैविक खाद उत्पादन और कचरा प्रबंधन की स्थानीय प्रणाली पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
यूनिसेफ टीम ने किया निरीक्षण और संवाद
यूनिसेफ इंडिया की प्रतिभा सिंग और जल एवं स्वच्छता विशेषज्ञ श्वेता पटनायक ने गांव भ्रमण कर स्वच्छता दीदियों, जल बाहिनी और पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद किया। बाजारपारा आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के साथ स्वच्छता, पोषण और स्वास्थ्य पर संवाद सत्र भी आयोजित किया गया।
राष्ट्रीय मंच पर छिंदनार की स्वच्छता यात्रा
CG News: इस कार्यक्रम का संचालन जिला समन्वयक जल एवं स्वच्छता कार्यक्रम सुरेश कुमार अनंत ने किया। इसमें महिला स्व-सहायता समूह, पंच-उपसरपंच, पंचायत सचिव एवं सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया। छिंदनार की यह स्वच्छता पहल साबित करती है कि प्रशासन,
पंचायत और समुदाय के संयुक्त प्रयासों से दूरस्थ गांव भी स्वच्छता एवं स्वास्थ्य में मॉडल बन सकते हैं। यूनिसेफ द्वारा बनाई जा रही डॉक्यूमेंट्री इसी सफलता की गाथा को राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करेगी।