CG News: गंगोत्री से रामेश्वरम पदयात्रा पर निकले फलाहारी बाबा पहुंचे दंतेवाड़ा, जानिए क्या है उनका उद्देश्य?
CG News: इस कठिन यात्रा में दंतेवाड़ा पहुंचने पर उन्हें हिन्दू संगठनों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। दंतेवाड़ा से रामेश्वरम की दूरी लगभग 1500 किमी है।
CG News: आज के युग में, जहां अधिकांश लोग धन-दौलत और भौतिक सुख-सुविधाओं के पीछे भागते हैं, वहीं कुछ साधु महात्मा ऐसे हैं जो अपने जीवन को तपस्या और साधना में समर्पित कर राष्ट्रहित और सनातन धर्म की सेवा में लगे हैं। ऐसे ही एक हिमयोगी संत, फलाहारी बाबा, जो गंगोत्री से गंगाजल लेकर रामेश्वरम के लिए पदयात्रा पर निकले हैं, अब दंतेवाड़ा पहुंचे हैं।
CG News: बाबा का उद्देश्य भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करवाना
फलाहारी बाबा, जिन्हें हिमयोगी के नाम से भी जाना जाता है, लगभग 10,000 किमी की कठिन यात्रा तय कर दंतेवाड़ा पहुंचे हैं। उन्होंने 27 अक्टूबर 2023 को गंगोत्री से गंगाजल लेकर इस यात्रा की शुरुआत की थी। उनका यह सफर तमिलनाडु के रामेश्वरम धाम तक चलेगा। जहां वे अपने आराध्य देव भोलेनाथ को गंगाजल अर्पित करेंगे।
फलाहारी बाबा का उद्देश्य भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करवाना और गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाना है। वे प्रतिदिन 25 से 30 किमी तक पैदल चलते हैं और इस यात्रा में उनके पास एक साइकिल भी है, जिसमें वे अपनी जरूरत का सामान लादकर यात्रा करते हैं।
फलाहारी बाबा के बारे में जानकर यह भी पता चलता है कि वे अन्न का सेवन नहीं करते, केवल फल और दूध पर रहते हैं, और रात को बोरों पर सोते हैं। वर्तमान में ठंड का मौसम होने के बावजूद बाबा नंगे बदन लंगोट पहनकर यात्रा कर रहे हैं।
इस कठिन यात्रा में दंतेवाड़ा पहुंचने पर उन्हें हिन्दू संगठनों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। दंतेवाड़ा से रामेश्वरम की दूरी लगभग 1500 किमी है। कुछ दिनों तक विश्राम करने के बाद वे अपनी यात्रा फिर से शुरू करेंगे। जो भी भक्त उनके दर्शन करना चाहते हैं, वे ट्रायवल कालोनी स्थित शिवालय में जाकर उनसे मिल सकते हैं।
2007 में वे गृहस्थ जीवन त्याग कर सन्यास जीवन में प्रवेश किए
CG News: बता दें कि फलाहारी बाबा राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले हैं वर्ष 2007 में वे गृहस्थ जीवन त्याग कर सन्यास जीवन में प्रवेश किए थे तब से वे बद्रीनाथ के कंदराओं में ही अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने सनातन दास जी महाराज को अपना गुरू बनाया है।
बताते चले कि कुछ वर्षों पहले इन्हीं हिम योगी बाबा फलाहारी की बर्फ की घाटी में योग मुद्रा में आर्मी के जवानों द्वारा विडियो बनाया गया था जो काफी वायरल भी हुआ था। ऐसे संत का आगमन आज हमारी मां दंतेश्वरी की पावन धरा पर हुआ है। यह हम सभी सनातनियों के लिए सौभाग्य की बात है।
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