योगेश चंद्राकर का यह कदम पार्टी को मुसीबत में डाल दी है। यहां से
कांग्रेस ने संजय तपन चंद्राकर को अध्यक्ष प्रत्याशी चुना है। अब वे उनके खिलाफ ही बागी बनकर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस में कार्यकर्ताओें की नाराजगी लगातार सामने आ रही है। योगेश के इस निर्णय को कुछ लोग एक अलग चुनावी रणनीति का हिस्सा मान रहे हैं।
फिलहाल पार्टी का टिकट लौटाकर बागी बनने से पार्टी की नींद उड़ा दी है। इस मामले को लेकर भाजपा नेता भानु चंद्राकर ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी का हाल देख लग रहा कि कांग्रेस नेतृत्व बेहद कमजोर है। कार्यकर्ता नहीं सहाल पा रहे।
पार्टी की विचारधारा का समान नहीं- योगेश
योगेश चंद्राकर ने कहा कि पार्टी के कुछ स्थानीय नेता पार्टी की विचारधारा का समान नहीं कर रहे हैं। जिस युवक ने पूर्व
मुख्यमंत्री को अपशब्द कहा था उसी को पार्टी ने बगैर सोचे-समझे टिकट दी है। पार्टी की यह नीति नहीं है। इसी से नाराज होकर मैंने पार्टी द्वारा दिए गए पार्षद टिकट को लौटा दिया। अब मैं निर्दलीय अध्यक्ष और पार्षद पद के लिए लड़ रहा हूं।