नोडल अधिकारी डॉ आदित्य सिन्हा ने बताया कि
एचएमपीवी का पूरा नाम ह्यूमन मेटा न्यूमो वायरस है। इस वायरस से संक्रमित होने पर व्यक्ति सर्दी, खांसी, बुखार, गले में खराश होना, नाक बंद होना, सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। एक प्रकार से यह कोरोना वायरस की तरह ही लोगों को संक्रमित कर सकता है।
ऐसे फैलता है वायरस
ये वायरस छींक से निकली बूंदों, करीबी संपर्क और दूषित जगहों को छूने के बाद मुंह, नाक या आंखों को छूने से फैलता है। इसका असर छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कम इम्युनिटी वाले लोगों पर ज्यादा होता है। वायरस को लेकर शासन से एडवायजरी जारी होते ही दमा, शुगर और अन्य बीमारी से पीड़ित मरीजों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने बताया कि धमतरी जिले में अब तक एक भी केस डिटेक्ट नहीं हुए है। आपात स्थिति से निपटने वेंटीलेटर सहित उपकरण है रेडी
जिला अस्पताल प्रबंधक गिरीश कश्यप ने बताया कि एचएमपीवी वायरस को लेकर अस्पताल में सभी तरह की चिकित्सकीय व्यवस्था पूरी कर ली गई है। आपात स्थिति से निपटने के लिए आइसोलेशन वार्ड को आरक्षित करने के साथ ही वेंटीलेटर सहित अन्य उपकरणों को भी अपडेट कर लिया गया है। अस्पताल परिसर में प्रवेश के पूर्व लोगों से मास्क लगाने के लिए कहा जा रहा है। लंबे समय से सर्दी, खांसी और बुखार वाले मरीजों को चिन्हांकित कर रहे हैं। हालांकि
धमतरी जिला अस्पताल में एचएमपीवी के लक्षण वाले एक भी केस नहीं मिले है। फिर भी सतकर्ता बरत रहे हैं।
इन बातों का रखना होगा ध्यान
- – एचएमपीवी वायरस से बचाव के लिए बार-बार हाथ धोना जरूरी है।
– खाना खाने से पहले हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धोएं।
– भीड़-भाड़ जगहों में जाने से बचें।
– घर से बाहर निकलने पर मुंह में मास्क जरूर लगाएं।
– खांसते और छिंकते समय रूमाल का इस्तेमाल करें।
– सस्पेक्टेड व्यक्ति से हाथ न मिलाए।
– सोशल डिस्टेंस का पालन करें।