scriptनालियां बनी और न ही समाधान, चैम्बरों से फूट रहे गंदे पानी के फव्वारे | Drains were not built nor was there any solution, fountains of dirty water are gushing out of the chambers | Patrika News
धौलपुर

नालियां बनी और न ही समाधान, चैम्बरों से फूट रहे गंदे पानी के फव्वारे

कॉलोनी में समस्या जस की तस बनी हुई है। आज भी लोग सीवरेज के गंदे पानी से दो-चार हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना था कि बीच में सकर मशीन से कुछ पानी को निकाला था लेकिन और वो भी आना बंद हो गई। गौरतलब रहे कि शहर में तीन दर्जन से अधिक कॉलोनी करीब 80 हजार लोग सीवरेज के गंदे पानी और जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं।

धौलपुरMar 12, 2025 / 06:12 pm

Naresh

नालियां बनी और न ही समाधान, चैम्बरों से फूट रहे गंदे पानी के फव्वारे Drains were not built nor was there any solution, fountains of dirty water are gushing out of the chambers
– दो माह पहले स्थाई लोक अदालत ने नगर परिषद पर लगाया था 2 लाख का जुर्माना

– समस्या को लेकर राज्यपाल को भी भिजवाया परिवाद

धौलपुर. सैंपऊ रोड स्थित आनंद नगर कॉलोनी के लोगों ने सीवरेज का गंदा पानी सडक़ पर जमा होने और इलाके के लोगों को आवागमन में आ रही समस्या को लेकर स्थाई लोक अदालत में केस किया था। जिस पर कोर्ट ने 8 जनवरी को दिए निर्णय में नगर परिषद को कॉलोनी में सीवरेज पानी निकासी का प्रबंध करने और सडक़ व नाली का निर्माण एक माह में करने के आदेश दिए थे। साथ ही कहा कि नगर परिषद गंदे पानी की निकासी नहीं करती है तो नगर परिषद आयुक्त के वेतन से प्रतिदिन एक हजार रुपए आनंद नगर के मोहल्लेवासियों की ओर से खुलवाए गए संयुक्त बैंक खाते में जमा कराने का भी आदेश दिया था। बता दें कि कॉलोनी में समस्या जस की तस बनी हुई है। आज भी लोग सीवरेज के गंदे पानी से दो-चार हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना था कि बीच में सकर मशीन से कुछ पानी को निकाला था लेकिन और वो भी आना बंद हो गई। गौरतलब रहे कि शहर में तीन दर्जन से अधिक कॉलोनी करीब 80 हजार लोग सीवरेज के गंदे पानी और जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। इन कॉलोनियों में करीब 7 हजार मकान होंगे, जो सीधे तौर पर प्रभावित हैं।
52 कॉलोनियों के लोग भेज चुके पीएम तक परिवाद

धौलपुर शहर में करीब तीन दर्जन कॉलोनियां सीवरेज और जलभराव की समस्या से जूझ रही हैं। समस्या के निदान के लिए इलाके के लोगों ने पहले नगर परिषद और जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपे लेकिन इसके बाद भी समस्या का हल नहीं हो पाया। जिस पर मुस्कान सोसायटी फॉर सोशल संस्थान के जरिए लोगों ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तक अपनी फरियाद भेज चुके हैं। इसमें प्रधानमंत्री को 14, गृहमंत्री को 5, रक्षामंत्री को 1, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष 2, राजस्थान मुख्यमंत्री 8, दोनों डिप्टी सीएम को 3, नगरीय विकास मंत्री को 2, राज्यपाल को 7, मुख्य सचिव व विधानसभा अध्यक्ष को 5-5 परिवाद भेज चुके हैं। इन परिवादों पर एक हजार से अधिक स्थानीय लोगों के हस्ताक्षर हैं।
नगर परिषद जुटा नाले-नालियों से कब्जा हटाने में

उधर, नगर परिषद और एनएचएआई ने गत दिनों एनएच 44 की सर्विस लेन के नालों पर हुए कब्जों को हटवाया। शहर में इन दिनों नगर परिषद अतिक्रमण हटाने में जुटी है। अधिकारियों का कहना है कि शहर में जहां नाले और नालियों पर कब्जे हो रहे हैं, उन्हें भी हटाया जाएगा। प्रशासनिक अधिकारी भी आगामी मानसूनी बरसात से पहले पानी निकासी के रास्तों पर हुए कब्जों को हटाने के प्रयास में जुटी है, जिससे बरसात में जलभराव की समस्या नहीं हो। हालांकि, शहर में बड़े स्तर पर नालों पर अतिक्रमण है। कई नाले से मकानों के नीचे से गुजर रहे हैं और उनकी कई सालों से सफाई तक नहीं हुई है। फिलहाल, ऐसे नालों को खुलवाने के नगर परिषद के पास कोई प्लान नजर नहीं आ रहा है।
कमेटी बनी पर कॉलोनी में नहीं पहुंची

स्थाई लोक अदालत ने दिए निर्णय में जिला कलक्टर को आदेश दिए थे कि कार्यों की दिन प्रतिदिन फोटोग्राफ व वीडियोग्राफी कराने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाए। कमेटी साप्ताहिक रूप से किसी एक दिन उसकी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगी। साथ ही कहा कि कमेटी झूठी रिपोर्ट पेश करती है तो इसकी जिम्मेदारी जिला कलक्टर की होगी। हालांकि, कॉलोनी के लोगों का कहना है कि कमेटी फिलहाल कॉलोनी में नहीं पहुंची है। न ही किसी तरह लोगों से कार्य को लेकर जानकारी ली है।
राज्यपाल को नहीं सौंप पाए परिवाद, पूर्व जिलाध्यक्ष से भिजवाया

सीवरेज समस्या से जूझ रहे लोगों के प्रतिनिधि के रूप में मुस्कान सोसायटी फॉर सोशल संस्थान के सचिव अमित जादौन धौलपुर पहुंचे राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे थे। लेकिन राज्यपाल के सुरक्षा स्टाफ ने केवल अनुमति प्राप्त लोगों को मुलाकात की अनुमति दी। जिस पर सचिव जादौन ने भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष बांकेलाल लोधा को लोगों की समस्याओं का परिवाद उन्हें सौंप दिया। लोधा ने बताया कि लोगों की समस्याओं के परिवाद राज्यपाल को सौंप दिया। जादौन सर्किट हाउस के अलावा जिला परिषद कार्यालय पहुंचे थे लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाई।
– लोक अदालत के आदेश के बाद समिति बना दी थी। नलियों का निर्माण नहीं होने के मामले में नगर परिषद आयुक्त से बात करेंगे। परिषद पर बजट अभाव का होने से समस्या आ रही है।- श्रीनिधि बी टी, जिला कलक्टर धौलपुर

Hindi News / Dholpur / नालियां बनी और न ही समाधान, चैम्बरों से फूट रहे गंदे पानी के फव्वारे

ट्रेंडिंग वीडियो