13 अप्रेल को सूर्य के मेष राशि में गोचर करने के साथ ही खरमास का अंत हो जाएगा। खरमास के अंत होने के साथ फिर शादी विवाह की शहनाई गूंजने लगेंगी और शुभ व मांगलिक कार्यक्रम प्रारंभ हो जाएंगे। 14 अप्रेल से शुरू होने वाले शादी व विवाह के शुभ समय 9 जून तक रहेगा। इसके बाद फिर से शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी। 4 मार्च से शुरू हुआ खरमास रविवार को समाप्त हो जाएगा। इससे शादियों पर लगा ब्रेक हट जाएगा और कल से विवाहों के आयोजन शुरू हो जाएंगे। गर्मी के इन 53 दिनों में बड़ी सख्ंया में विवाह होंगे। इससे आभूषण, किराना, कपड़े सहित विभिन्न सामान की खरीदारी होगी तो वहीं डीजे, हलवाई, मैरिज गार्डन सहित विभिन्न लोगों को काम मिलेगा। इससे खरीदारी के लिए बाजार में अभी से रौनक दिखने लगी है।
14 अप्रेल से 9 जून तक विवाह के मुहूर्त सूर्य 13 अप्रेल को मेष राशि में गोचर कर जाएंगे। सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तब वह दिन संक्रांति के नाम से जाना जाता है। सूर्य के मेष राशि में आने से शादी विवाह के साथ नामकण, गृह प्रवेश, यज्ञोपवित, मुंडन आदि शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे। इस बार 14 अप्रेल से 9 जून तक विवाह के 30 शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। शादी विवाह के शुभ मुहूर्त पर 6 जुलाई को विराम लग जाएगा जो 2 नवंबर तक जारी रहेगा। इसके बाद फिर से शादी की शहनाई गूंजने लगेंगी। अप्रेल माह में नौं दिन, मई में 17 दिन और जून माह में सिर्फ पांच दिन ही मुहुर्त हैं। इससे छह जून से फिर शादियों पर लंबा ब्रेक लग जाएगा।
सहालग से व्यापारियों को उम्मीद पिछले काफी समय से मंदी झेल रहे व्यापारियों को इस सहालग से बड़ी उम्मीदें हैं। कपड़ा व्यापारियों के मुताबिक शादी के सीजन में रेडीमेड व कपड़े मंगाए गए हैं, बच्चों व महिलाओं के कपड़ों पर ज्यादा फोकस है। महिलाएं सबसे ज्यादा साड़ी व लहंगा पसंद करती हैं। तो वहीं सराफा दुकानदारों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में सोने की कीमत करीब डेढ़ गुना हो गई है, लेकिन दुल्हन को सोने के आभूषण पहनाए जाते हैंए कम सोना खरीद रहे हैं।