दरअसल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय 2019-20 से मेधावी लड़कियों को स्टीम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) क्षेत्रों में उच्च शिक्षा एवं कॅरियर को आगे बढ़ाने के लिए विज्ञान ज्योति कार्यक्रम चला रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टीम) में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है। पिछले तीन साल के दौरान उत्तर प्रदेश की 5353 बेटियों ने इसका लाभ उठाकर विज्ञान-प्रौद्योगिकी में पढ़ाई व करियर को चुनकर देश के अन्य राज्यों को काफी पीछे छोड़ दिया है। इस मामले में राजस्थान चौथे और मध्यप्रदेश पांचवे नंबर पर है। वहीं छत्तीसगढ़ में 3202 बेटियों ने इस योजना को अपनाया है।
250 से अधिक संस्थान सम्मिलित
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने इस कार्यक्रम में 250 से अधिक प्रमुख राष्ट्रीय संस्थानों को शामिल किया है। इसमें विश्वविद्यालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, CSIR प्रयोगशालाएं और अन्य प्रतिष्ठित संगठन शामिल हैं। लड़कियों की भागीदारी को बढ़ावा देने के अभियान में यह ज्ञान भागीदार के रूप में कार्य करते हैं। इन गतिविधियाें से मिलता है प्रोत्साहन
-पूरे वर्ष गतिविधियां और उनकी मॉनिटरिंग -व्यावहारिक अनुभवात्मक शिक्षण सत्र -वैज्ञानिक रोल मॉडल से बातचीत -अनुसंधान एवं विकास, औद्योगिक प्रयोगशालाओं का दौरा -कॅरियर मार्गदर्शन कार्यशालाएं
-छात्रा-अभिभावक परामर्श सत्रों से प्रतिभा पूल का विस्तार
ऐसे बढ़ती गई संख्या वर्षवार
2022-23 – 17866 2023-24 – 23642 2024-25- 29443