IAS बनने के बाद कैंडिडेट्स को विभिन्न प्रशासनिक पदों पर काम करना पड़ता है। इन पदों पर काम करते हुए अधिकारियों को कई सालों का अनुभव प्राप्त होता है और वे प्रमोट होते जाते हैं। कई पदों पर से होकर गुजरने के बाद कैंडिडेट्स को डीएम बनाया जाता है। आइए, जानते हैं आईएएस अधिकारियों की पोस्टिंग के बारे में-
कहां होती है आईएएस की पहली पोस्टिंग (IAS Officer Posting)
शुरुआती कुछ पोस्टिंग से अधिकारियों की सरकारी कार्यों को लेकर समझ विकसित होती है। आमतौर पर देखा जाए तो IAS अधिकारियों की पहली पोस्टिंग सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) या असिस्टेंट कमिश्नर के रूप में होती है। इस पद पर रहते हुए अधिकारियों को संबंधित जिले में प्रशासनिक कार्यों का संचालन करना होता है। SDM को जोनल डिवीजन के प्रशासन की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। इस पद पर 1-4 साल तक सेवा करनी होती है।
इतने साल ADM के पोस्ट पर करना होता है काम
SDM के बाद IAS अधिकारियों को एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (ADM) या डिप्टी सेक्रेटरी का पद मिलता है। ADM को जिला प्रशासन में उच्चतर जिम्मेदारियां दी जाती हैं। 5 से 8 साल तक इस पद पर काम करना होता है। ये अधिकारियों के लिए करियर ग्रोथ का शानदार मौका होता है क्योंकि वे पॉलिसी मेकिंग में अहम भूमिका निभाते हैं।
कब बनते हैं डीएम? (IAS DM Kab Bante Hai)
डिप्टी सेक्रेटरी के बाद अधिकारियों का प्रमोशन डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट (DM) या ज्वॉइंट सेक्रेटरी के रूप में होता है। किसी भी जिले के लिए डीएम एक महत्वपूर्ण अधिकारी होती हैं, जिनके ऊपर कानून-व्यवस्था बनाए रखने और विकास कार्यों का प्रबंधन करने की पूरी जिम्मेदारी होती है। इस पद पर 9-12 साल तक काम किया जाता है।
क्या डीएम के बाद भी होता है आईएएस अधिकारियों का प्रमोशन?
बहुत से लोगों में इस बात को लेकर कंफ्यूजन है कि क्या डीएम बनने के बाद भी IAS अधिकारियों का प्रमोशन होता है? यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डीएम बनने के बाद IAS अधिकारी स्पेशल सेक्रेटरी, डिविजनल कमिश्नर, एडिशनल सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी, चीफ सेक्रेटरी और अंत में कैबिनेट सेक्रेटरी जैसे उच्च पद पर प्रमोट होते हैं।