scriptPGIMER: PGI चंडीगढ़ में रेजिडेंट डॉक्टरों के 73 पदों पर होगी बहाली, बस वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिलना बाकी | vacancy of 73 posts of resident doctors in PGIMER PGI Chandigarh | Patrika News
शिक्षा

PGIMER: PGI चंडीगढ़ में रेजिडेंट डॉक्टरों के 73 पदों पर होगी बहाली, बस वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिलना बाकी

PGIMER Vacancy: यह फैसला हाल ही में संस्थान की गवर्निंग बॉडी की बैठक में लिया गया। इन नए पदों को गैर-डीएम/एमसीएच श्रेणी के तहत विभिन्न विभागों में जोड़ा जाएगा।

भारतMay 15, 2025 / 12:30 pm

Anurag Animesh

PGIMER

PGIMER

PGIMER: डॉक्टर भर्ती के लिए PGIMER से अच्छी जानकारी सामने आई है। चंडीगढ़ स्थित Post Graduate Institute of Medical Education and Research(PGIMER) में डॉक्टरों की कमी को दूर करने और मरीजों को बेहतर इलाज सुविधा देने के उद्देश्य से 73 नए सीनियर रेजिडेंट (SR) पदों के सृजन को हरी झंडी मिल गई है। यह फैसला हाल ही में संस्थान की गवर्निंग बॉडी की बैठक में लिया गया। इन नए पदों को गैर-डीएम/एमसीएच श्रेणी के तहत विभिन्न विभागों में जोड़ा जाएगा। गवर्निंग बॉडी ने निर्देश दिया है कि प्रस्ताव को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के माध्यम से वित्त मंत्रालय के फाइनेंस विभाग को भेजा जाए। आवश्यक मंजूरी मिलने के बाद ही इन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

संबंधित खबरें

यह खबर भी पढ़ें:- UGC NET June 2025: NTA ने यूजीसी नेट के लिए करेक्शन विंडो किया ओपन, इन आसान स्टेप्स से कर पाएंगे आवेदन में बदलाव

PGIMER: अभी कई विभागों में सीमित स्टाफ


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक PGIMER अधिकारियों के अनुसार, नई भर्तियों से मौजूदा डॉक्टरों पर कार्यभार कम होगा और मरीजों को समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी। वर्तमान में कई विभागों में सीमित स्टाफ के कारण मरीजों को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है। इस फैसले से यह समस्या दूर होती नजर आ रही है।

कई राज्य से PGIMER पहुंचते हैं मरीज


PGIMER एक प्रमुख Tertiary Care Hospital है, जहां पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। रोजाना औसतन 10,000 मरीज ओपीडी में आते हैं, जिससे स्वास्थ्यकर्मियों पर अत्यधिक दबाव रहता है। इससे पहले भी पीडियाट्रिक हाई डिपेंडेंसी यूनिट (HDU) में छह अतिरिक्त सीनियर रेजिडेंट पदों को मंजूरी दी गई थी। यह यूनिट विशेष रूप से नवजात और छोटे बच्चों में समयपूर्व जन्म के कारण होने वाली रेटिनोपैथी, रेटिना की अन्य समस्याएं, मोतियाबिंद और ग्लूकोमा जैसे गंभीर नेत्र रोगों के उपचार में लगी हुई है। विभाग लंबे समय से अतिरिक्त स्टाफ की मांग कर रहा था। इन नई नियुक्तियों से अस्पताल की सेवाएं और बेहतर होगी साथ ही मरीजों के इलाज और अच्छे ढंग से हो पायेगा।

Hindi News / Education News / PGIMER: PGI चंडीगढ़ में रेजिडेंट डॉक्टरों के 73 पदों पर होगी बहाली, बस वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिलना बाकी

ट्रेंडिंग वीडियो