महरौली-बदरपुर रोड समेत निचले इलाकों में भरा पानी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार सुबह बारिश और तेज हवा ने मौसम का रुख बदल दिया। इस दौरान भारी बारिश से महरौली-बदरपुर रोड सहित कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। इससे ड्यूटी के व्यस्त समय में ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हो गया। इसके अलावा राजधानी के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। जिससे राहगीरों को गड्ढों और कीचड़ भरी सड़कों से होकर गुजरना पड़ा।
गाजियाबाद-नोएडा और गुरुग्राम में जलभराव से जाम
गाजियाबाद में मॉनसून की पहली तेज बारिश के बाद नेशनल हाईवे-9 पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया। नोएडा में भी सेक्टर-62, सेक्टर-18 और एक्सप्रेसवे जैसे व्यस्त इलाकों में वाहन रेंगते नजर आए। दूसरी ओर गुरुग्राम में भी पुराने शहर से लेकर नए गुरुग्राम तक कई इलाकों में जलभराव हो गया। राजेंद्र पार्क, सूरत नगर, विष्णु गार्डन, सेक्टर-21, डूंडाहेड़ा और सेक्टर-23ए सहित अन्य इलाकों में सड़कों पर पानी भरा रहा।
फरीदाबाद में मूसलाधार बारिश से पेड़ गिरे
फरीदाबाद में सुबह की मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण कई जगहों पर पेड़ गिर गए, जिससे सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया। नेशनल हाईवे सहित कई मुख्य सड़कों पर पानी भर जाने से वाहनों की रफ्तार थम गई और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई।
आगे कैसा रहेगा मौसम का हाल?
IMD के अनुसार, सात और आठ जुलाई को दिल्ली-एनसीआर में आंधी-तूफान और बारिश की संभावना है। इस दौरान तापमान की बात करें तो दोनों दिनों में अधिकतम पारा 32 से 33 डिग्री और न्यूनतम पारा 23-24 डिग्री दर्ज किया जा सकता है। इसके साथ ही 9 से 13 जुलाई तक आंधी तूफान और भयंकर बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 से 26 डिग्री दर्ज किया जा सकता है।
अगले दो घंटे में पूरे दिल्ली-एनसीआर में बारिश का अलर्ट
नयी दिल्ली स्थित क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र (RWFC) की ताजा भविष्यवाणी के अनुसार, ‘‘पूरे दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में अगले दो घंटे के दौरान गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने और (30-40 किमी/घंटा की तेज हवाओं के साथ) आंधी की संभावना है।’’ मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, दिल्ली में अगले दो दिनों तक मेघगर्जन, वज्रपात के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। इसके साथ ही अगले एक सप्ताह तक मौसम सुहावना बना रहेगा।