दरअसल, चीनौर तहसील कार्यालय का कलेक्टर रुचिका चौहान के द्वारा औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्हें कार्यालय में कई अव्यवस्थाएं मिली। साथ ही तय समय-सीमा ने समस्याओं का निराकरण न होने पर कड़ी निंदा की। कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए रीडर राजेंद्र परिहार को निलंबित करने और लिपिक शैलेंद्र तिवारी की दो वेतन वृद्धियां रोकने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
तहसीलदार को दी गई हिदायत
तहसीलदार मनीष जैन को भी कारण बताओ नोटिस दिया करने की हिदायत दी गई है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि तहसीलदार दो हफ्ते के अंदर लंबित मामलों का निराकरण नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, एक साल से ज्यादा के 36 प्रकरण लंबित थे। जिसके कारण कलेक्टर ने तहसीलदार को फटकार लगाई है। जिसमें उन्हें मामले का निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा कलेक्टर रुचिका चौहान ने सभी राजस्व कार्यालयों को हिदायत दी गई है कि ऐसे ही औचक निरीक्षण होंगे। अगर कार्यालय में कमी पाई तो गई तो दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।