इसके जरिए हफ्तों और महीनों में मिलने वाली एमएलसी रिपोर्ट 24 घंटे में पुलिस के पास होगी। उधर प्रदेश में न्यायप्रणाली से जुड़ी पांच एजेंसी (कोर्ट, जेल पुलिस, प्रॉसिक्यूशन और अस्पताल ) को भी पोर्टल से जोड़ने और बेहतर तरीके से इस्तेमाल की तैयारी की जा रही है।
मैनपॉवर की होगी बचत
पुलिस अधिकारी कहते हैं मेडलीफ सॉफ्टेवयर के जरिए समय और मैनपॉवर की बचत होगी। लगभग हर दूसरे अपराध में मेडिको लीगल रिपोर्ट की जरूरत होती है। उसके बिना विवेचना अधूरी रहती है। इस रिपोर्ट को लेने के लिए अक्सर पुलिसकर्मी अस्पताल के चक्कर लगाते हैं। अब मेडलीफ के जरिए यह काम आसान होगा। जेएएच में एमएलसी प्रभारी वीरेन्द्र बाथम का कहना है मेडलीफ सॉफ्टवेयर में मुख्यालय भोपाल में तैयार किया गया है। इसमें एमएलसी फीडिंग का काम होगा। इसमें सभी थानों को जोड़ा जाएगा। अभी तक अस्पताल में ऑफ लाइन एमएलसी रिपोर्ट भरी जाती हैं, लेकिन अब यह काम ऑनलाइन होगा तो 24 घंटे रिपोर्ट संबंधित थाने में पहुंच जाएगी।
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एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव का कहना है न्यायप्रणाली में कोर्ट, पुलिस, प्रॉसिक्यूशन, जेल और अस्पताल पांच एजेंसी शामिल है। इनमें आपसी तालमेल के लिए बैठक हुई है। इसमें तय हुआ है कि न्याय प्रक्रिया के लिए जरूरी बातें और दस्तावेज समय पर एक दूसरे को मिल जाएं। अभी जो एप्लीकेशन इस्तेमाल हो रही है। आइजीएस पोर्टल में सभी लोग उसमें ऑन बोर्ड हैं। इस पोर्टल के उपयोग में कहां दिक्कत आ रही हैं इस बारे में बैठक में बात हुई है।