इस बार भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में दुर्लब लानीना(Lanina) की स्थिति बनी है। भूमध्यीयरेखीय प्रशांत महासागर के अधिकतर हिस्सों में समुद्र सतह का तापमान सामान्य से ठंडा है। ग्रीष्म ऋतु के दौरान लानीना के लगातार कमजोर होने की संभावना है। उसके बाद ईएनएसओ (नेचुरल ईएनएसओ) बदल जाएगा। हिंद महासागर में आइओडी सक्रिय होगा। इस कारण बारिश कम होगा। तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। इस कारण मध्य प्रदेश में मार्च से हीटवेब चलने की संभावना है।
मार्च के चारों हफ्ते में रंग बदलता रहेगा मौसम
पहला सप्ताह : पहले सप्ताह में इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर और नर्मदापुरम संभागों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री अधिक रहेंगे दिन में पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल, रीवा, शहडोल संभागों में अधिकतम तापमान 32 से 34 डिग्री तक रह सकते हैं। पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादलों की आवाजाही भी रहेगी।दूसरा सप्ताह : न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री अधिक रहने की संभावना। गुजरात के ऊपरी प्रति चक्रवातीय हवाओं के कारण भोपाल, जबलपुर, सागर सहित कुछ स्थानों पर थोड़ी राहत भी मिल सकती है। अधिकतम तापमान इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, सागर संभागों में 33 से 35 डिग्री, जबकि भोपाल, रीवा, नर्मदापुरम आदि संभागों में 31 से 34 तक रह सकते हैं। दक्षिण, पश्चिम क्षेत्रों में बादल छा सकते हैं।
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2022 में पड़ी थी रिकॉर्ड तोड़ गर्मी
● मार्च 2022 में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ी थी। इस साल तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा था। अंतिम सप्ताह में हीटवेब की दस्तक हो गई थी। गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया था। 2022 में मार्च में गर्मी का रिकॉर्ड है।● पिछले दस साल में मार्च की स्थिति देखी जाए तो पांच बार हीटवेब चली है। गर्मी ने मार्च से सितम ढहाया है। अप्रेल व मई में भी भीषण गर्मी पड़ी है। र्मई में तापमान ने 46 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज हुआ। इस कारण शहर ने सीवियर हीडवेब का सामना किया।