वहीं सर्वे के दौरान झांसी रोड, शिंदे की छावनी, डीडी नगर, चार शहर का नाका हजीरा व किला गेट सहित कई स्थानों पर बस जाम में फंसती नजर आई, तो कुछ स्थानों पर संकरी सडक़ों की समस्या सामने आई है और पूर्व के रूट में टाइमिंग का भी अंतर आया।
10 जून तक होगा काम
हालांकि अभी सर्वे चार दिन लगातार चलेगा और इसके बाद रूटों में संशोधन किया जाएगा। मंगलवार सुबह नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारी बाल भवन पर एकत्रित हुए और यहां से सहायक यंत्री शैलेंद्र सक्सेना, शहरी परिवहन के सीसीओ स्वप्निल श्रीवास्तव, ट्रैफिक पुलिस के सूबेदार अभिषेक रघुवंशी और परिवहन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बस में सवार हुए। इसके बाद टीम रूट क्रमांक पांच के आधे हिस्से पर सर्वे के लिए निकली। 10 जून तक सर्वे का काम पूरा किया जाएगा। ऐसे में अधिकारी हर दिन बस में बैठकर सर्वे के लिए निकलेंगे।
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टीम एसपी आफिस, राजमाता चौराहा, एजी पुल, विवेकानंद चौराहा, नाका चंद्रवदनी, विक्की फैक्ट्री, सिथौली होते हुए सिकरोदा तिराहे तक गई। इस दौरान नाका चंद्रवदनी व झांसी रोड बस स्टैंड के पास जाम की स्थिति और विक्की फैक्ट्री-नाका पर अतिक्रमण व हाथ ठेले खड़े हुए मिले।
वहीं लौटते समय यह बस रूट क्रमांक 5 के अंतर्गत शिंदे की छावनी से रामदास घाटी, बहोड़ापुर तिराहा, कोटेश्वर रोड होते हुए किला गेट और हजीरा तक पहुंची। यहां भी जगह-जगह अतिक्रमण मिला। इसके बाद बस को बिरला नगर पुल से गोला का मंदिर तक ले जाया गया तो हजीरा क्षेत्र में भी जाम की स्थिति मिली।