Brain Stroke : युवा भी हो रहे हैं शिकार
विश्व स्ट्रोक संगठन (WSO) के अध्यक्ष, डॉ. जयराज पंडियन TOI से बातचीत में बताया कि भारत में स्ट्रोक के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। चिंताजनक तथ्य यह है कि कुल मामलों में से लगभग 25% मरीज 45 वर्ष से कम उम्र के होते हैं। यह आंकड़ा दर्शाता है कि युवा भी इस गंभीर बीमारी के शिकार हो रहे हैं।क्या है ब्रेन स्ट्रोक? What is brain stroke?
ब्रेन स्ट्रोक एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है जिसमें मस्तिष्क को रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है। यह मुख्य रूप से इन कारणों से हो सकता है:थ्रोम्बोटिक स्ट्रोक- मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनी में खून का थक्का बनता है।
एम्बोलिक स्ट्रोक- शरीर में कहीं और रक्त का थक्का बनता है और मस्तिष्क तक जाता है।
हेमरेजिक स्ट्रोक- तब होता है जब मस्तिष्क में रक्त वाहिका फट जाती है, जिससे रक्तस्राव होता है। यह उच्च रक्तचाप जैसी स्थितियों के कारण हो सकता है।
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ब्रेन स्ट्रोक के प्रमुख लक्षण: Symptoms of a brain stroke are
– अचानक शरीर के किसी एक भाग में कमजोरी या सुन्नपन (विशेषकर चेहरे, हाथ या पैर में)स्ट्रोक के कारण और बचाव के उपाय Brain Stroke Prevention Tips
स्ट्रोक के 90% मामले रोके जा सकते हैं यदि सही समय पर आवश्यक सावधानियां बरती जाएं।भारत में स्ट्रोक के उपचार की स्थिति
डॉ. पंडियन के अनुसार, भारत में कई स्थानों पर स्ट्रोक रजिस्ट्रियों से यह पता चला है कि कोलकाता और उत्तर-पूर्वी राज्यों में स्ट्रोक के कारण ब्रेन हैमरेज की घटनाएं अधिक हैं, जिनका प्रतिशत क्रमशः 32% और 65% है।समय पर इलाज है आवश्यक
पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के प्रो. धीरज खुराना बताते हैं कि गुजरात सहित कई राज्यों में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को स्ट्रोक की पहचान और त्वरित उपचार के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।देश में हर दिन 4 से 5 हजार ब्रेन स्ट्रोक के मामले
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।