Microbiota: स्वास्थ्य का छिपा हुआ संरक्षक
माइक्रोबायोटा (Microbiota) हमारे शरीर में मौजूद सूक्ष्मजीवों का एक संतुलित समुदाय है। यह न केवल पाचन तंत्र को सही रखता है, बल्कि इम्यून सिस्टम को भी मजबूती देता है। शोध के अनुसार, धूम्रपान से ऑरोफरीन्जियल माइक्रोबायोटा (गले और टॉन्सिल का क्षेत्र) की संरचना में असामान्य बदलाव आ सकते हैं।
चूहों पर अध्ययन: Smoking flu infection
स्विटजरलैंड के बर्न विश्वविद्यालय में किए गए इस अध्ययन में चूहों को सिगरेट के धुएं के संपर्क में रखा गया। परिणामों से पता चला कि धूम्रपान के प्रभाव ने न केवल चूहों की आंत और गले के माइक्रोबायोटा (Microbiota) को बदला, बल्कि इन चूहों को जब इन्फ्लूएंजा वायरस के संपर्क में लाया गया, तो उनके लक्षण अधिक गंभीर थे। वजन में कमी और संक्रमण की गंभीरता इसके प्रमुख संकेत थे।
वायरल संक्रमण और माइक्रोबायोटा: एक नया दृष्टिकोण
शोध में पाया गया कि धूम्रपान से गले के माइक्रोबायोटा (Microbiota) में आने वाले परिवर्तन, इन्फ्लूएंजा जैसे वायरल संक्रमणों के प्रभाव को बढ़ा सकते हैं। संक्रमण के चार से आठ दिनों के भीतर माइक्रोबायोटा संरचना में स्पष्ट बदलाव देखे गए।
चिकित्सकों के लिए सलाह: धूम्रपान और संक्रमण के बीच संबंध को समझें
शोध के प्रमुख लेखक, प्रोफेसर मार्कस हिल्टी, ने चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे सिगरेट के कारण होने वाले माइक्रोबायोटा (Microbiota) विकारों को गंभीरता से लें। उन्होंने कहा कि धूम्रपान के प्रभाव से श्वसन रोग और वायरल संक्रमण अधिक गंभीर हो सकते हैं।
समाधान: धूम्रपान छोड़ना ही है बेहतर उपाय
Smoking flu infection : धूम्रपान छोड़ना न केवल फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि यह गले के माइक्रोबायोटा को भी संतुलित रखने में मददगार साबित हो सकता है। इसके अलावा, यह संक्रमणों के खतरे को कम करने में भी सहायक हो सकता है। Smoking flu infection : यह अध्ययन धूम्रपान के एक और खतरनाक पहलू को उजागर करता है। सिगरेट के धुएं का गले और इम्यून सिस्टम पर प्रभाव, वायरल संक्रमणों की गंभीरता को बढ़ा सकता है। ऐसे में, धूम्रपान से दूरी बनाना न केवल आपके लिए, बल्कि आपके आस-पास के लोगों के लिए भी फायदेमंद है।