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कुंभ में सिमटी सरकारी सुविधाएं… स्थानीय लोगों ने ‘कमाई’ से श्रद्धालुओं को डुबकी लगवाई

कुंभ में सिमटी सरकारी सुविधाएं… स्थानीय लोगों ने ‘कमाई’ से श्रद्धालुओं को डुबकी लगवाई

इंदौरFeb 13, 2025 / 12:10 pm

प्रमोद मिश्रा

आंखों देखा हाल : होटल में जगह नहीं, होम स्टे से मिल रही राहत, रात में खुले में सो रहे लोग

इंदौर. प्रयागराज महाकुंभ में पहुंच रही लोगों की भीड़ ने प्रशासन के साथ ही स्थानीय लोगों को भी हैरान कर दिया है। शहर के हर रास्ते से कई किलोमीटर पैदल चलकर लोग स्नान के लिए आ रहे हैं। हर किसी की जिद संगम में स्नान करने की है। प्रशासन की सुविधाएं गड़बाई गई हैं, जिससे दूर-दूर से आए लोगों को 10 से 15 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है। प्रशासन की सुविधाएं कम पड़ीं तो स्थानीय लोगों ने मेले को अवसर मानकर मैदान पकड़ा और रुपए लेकर बाहर से आने वाले लोगों को अलग-अलग तरीकों से राहत देकर संगम में पुण्य की डुबकी लगवाई।
प्रयागराज कुंभ में आने वाले लोगों को जैसे-तैसे ई-रिक्शा, ऑटो से सिविल लाइन चौराहे तक पहुंचने में मदद मिल जाती है, लेकिन इसके बाद असली परीक्षा शुरू होती है। पुलिस टीम ने यहां ट्रकों की कतार लगाकर रास्ता बंद कर दिया है। भीड़ ज्यादा है, इसलिए घुमावदार रास्ते से लोगों को मेला क्षेत्र भेजा जा रहा है ताकि भीड़ स्नान कर सीधे रास्ते से बाहर जाए, वहीं घुमावदार रास्ते से लोग स्नान के लिए आएं। प्रतिदिन हजारों लोग परिवार सहित स्नान करने पहुंच रहे हैं।
शुल्क लेकर पहुंचा रहे मेले तक, स्टूडेंट्स को मिला नया रोजगार

लोग परिवार के साथ कुंभ पहुंचे। बच्चे, बुजुर्ग साथ थे, लेकिन मेला क्षेत्र तक जाने का साधन नहीं थे। ऐसे में स्थानीय लोग, जिसमें स्टूडेंट्स अधिक हैं, उन्होंने कमाई का साधन निकाल लिया। हेलमेट पहने दो पहिया सवार युवा बाहर से आने वाले लोगों को मेले तक स:शुल्क पहुंचाने का काम कर रहे हैं। कहीं एक किलोमीटर के 200 रुपए तो कहीं 500 रुपए लिए जा रहे हैं। पैदल चलते-चलते थक चुके लोगों को शुल्क लेने के बाद यह सवारी बहुत रास आ रही है।
बाइक, साइकिल ठेला से लेकर नाव तक का सहारा

– इंदौर निवासी भारती शुक्ला को चलने में तकलीफ थी। पास आए बाइक सवार ने मेला पहुंचाने के लिए 300 रुपए मांगे तो वह सहर्ष तैयार हो गईं। हालांकि कुछ को ज्यादा शुल्क लगा तो नहीं बैठे। दोपहिया सुविधा की मेले में बहुत मांग है।
– हाथ ठेला पर लोगों को बैठाकर भी पहुंचाया जा रहा है, हालांकि ई-रिक्शा व ऑटो की बहुत कमी महसूस की गई।

– संगम तक पहुंचाने के लिए अरेल घाट से नाव चालक जरूर ज्यादा राशि मांग रहे हैं। इससे कम संख्या में लोग नाव में सवार होते हैं।
होम स्टे का लाभ, किराए से मिल रहे कंबल

प्रयागराज व आसपास के इलाके में होटलों के कमरे बुक हैं। मेला क्षेत्र में घूमते हुए होम स्टे के एजेंट मिल जाते हैं। 1 हजार, 2 हजार रुपए में कमरा उपलब्ध करा देते हैं। बाहरी लोगों ने होम स्टे का फायदा उठाया। भोजन के लिए होटल, रेस्टोरेंट में कतारें लगी रहीं। ठंड के बाद भी काफी लोग खुले में सोते नजर आए। हालांंकि, उन्हें किराए से कंबल उपलब्ध कराए जा रहे थे।
सीमा क्षेत्र में पेट्रोल पंपों पर भीड़, पेट्रोल में 12 तो डीजल में 4.50 रुपए का फायदा

मध्य प्रदेश के काफी लोग अपने वाहनोंं से जा रहे हैं, इसलिए भी जाम लग रहा। उप्र-मप्र सीमा क्षेत्र के पेट्रोल पंप पर वाहनों की कतारें लगी रहीं। इंदौर में पेट्रोल जहां 106.45 रुपए लीटर सोमवार को मिला, वहीं झांंसी के पेट्रोल पंप पर रेट 94.34 रुपए था। यानी एक लीटर पर 12.21 रुपए का अंतर। यहां डीजल 91.85 रुपए लीटर है तो झांसी में 87.37 रुपए, यानी 4.58 रुपए का अंतर। इस बचत का फायदा उठाने लोग अपने वाहनों के टैंक फूल कर ही वापस लौट रहे हैं।

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