इंदौर का गुरुद्वारा इमली साहिब देशभर के प्रसिद्ध गुरुद्वारों में शुमार है। नगर निगम ने कर जमा करने के कारण गुरुद्वारा के कार्यालय को सील कर दिया। निगम में गुरुद्वारा कार्यालय पर नोटिस चिपका दिया जिसमें संपत्ति कर, जल कर सहित अन्य कर जमा नहीं किए जाने की बात लिखी गई थी।
गुरुद्वारा के कार्यालय को सील करने की सूचना मिलते ही इंदौर का सिख समाज भड़क उठा। इंदौर गुरुसिंघ सभा के अध्यक्ष मोनू भाटिया और महासचिव प्रितपालसिंह भाटिया सहित सिखों का एक प्रतिनिधिमंडल इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव के पास पहुंच गया।
इमली साहिब गुरुद्वारा के कार्यालय सील किए जाने की जानकारी मिलने पर महापौर ने भी आश्चर्य जताया। उन्होंने सिख समाज के प्रतिनिधि मंडल से कहा कि गुरुद्वारा के ऑफिस की सील तुरंत खोली जाएगी। समाज की मांग पर दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई का भी आश्वासन दिया।
इधर कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सिखों से माफी मांगने की बात कही। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने अपने एक्स हेंडल पर लिखा-
इंदौर #नगर निगम करोड़ों का घोटाले रोकने में असफल हो जाता है, लेकिन सिख समाज की भावनाओं को आहत करते हुए गुरुद्वारा इमली साहिब कार्यालय को सील करने का दुस्साहस कर देता है! राज्य सरकार जांच करे और अपने बेलगाम तंत्र को नियंत्रित करने के साथ, सिख समाज से माफी भी मांगे।