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Pahalgam Attack: अभी नहीं जाना कश्मीर, आतंकी हमले ने चौपट किया टूरिज्म भाजपा व कांग्रेस के कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। रात 9.15 बजे एंबुलेंस से शव घर वीणानगर लाया गया। शव देखते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने कहा- पाकिस्तान को सबक सिखाओ। जेनिफर ने कहा, वे दोनों साथ थे। बेटा-बेटी कुछ दूरी पर थे। सुशील आतंकियों से मुझे बचाते आगे आए। तभी उन्हें गोली मार दी।
बेटी को मारी गोली, फिलहाल ठीक
जेनिफर बोलीं-बेटी आकांक्षा व बेटा ऑस्टिन कुछ दूर थे। तभी आकांक्षा को गोली लगी। सुशील आलीराजपुर में एलआइसी कार्यालय में पदस्थ थे। जेनिफर सरकारी शिक्षक हैं। बेटा बैडमिंटन खिलाड़ी, बेटी गुजरात के निजी बैंक में पदस्थ हैं। ये भी पढें
– जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले के बाद MP में आक्रोश, बोले-मुंहतोड़ जवाब दे भारत 370 हटने के बाद से जाना चाहतेे थे कश्मीर
2019 में जब कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म किया गया था, तब सुशील बेहद खुश हुए थे। उन्होंने दोस्तों से कश्मीर जाने की इच्छा जाहिर की थी। वे पहली बार परिवार के साथ कश्मीर गए थे। लेकिन यह यात्रा सदमा दे गई।