अल्प अवधि कृषि ऋणों की वसूली में देरी करने वाले मैनेजर्स पर सख्त कार्रवाई होगी। उनका वेतन रोका जाएगा। बीते दिनों कृषि उत्पादन आयुक्त अशोक वर्णवाल ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि वसूली करने वाले बैँक मैनेजर काम नहीं कर रहे हैं, तो उन पर कार्रवाई करें। उन्होंने एनपीए खातों पर चिंता जताई। परपरागत कृषि को हाई वैल्यू क्रॉप में शिट करने की बात पर जोर दिया।
कलेक्ट्रेट सभागर में हुई बैठक
जबलपुर संभाग को लेकर रबी वर्ष 2024-25 अैर खरीफ 2025 के कार्यक्रमों के सबंध में कलेक्ट्रेट सभागर में बैठक हुई। इसमें फसलों के साथ परंपरागत और उद्यानिकी फसलों की खेती करने वाले किसान और शासन की योजना को लेकर चर्चा हुई। उनका कहना था कि ऋण दिया जाता है, तो उसकी वसूली भी होनी चाहिए। ये भी पढ़ें:
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बैठक में कहा गया कि किसानों को खाद की कमी नहीं होने पाए। उन्हें जैविक खेती की तरफ मोड़ें। इसका जितना ज्यादा रकबा होगा, उतना बेहतर होगा। किसानों को इसके फायदे खुलकर बताएं। उन्होंने उद्यानिकी के सबंध में फसलवार व क्षेत्रवार जानकारी लेकर कहा कि इसके लिए ऐसी रणनीति बनाएं, जिससे उद्यानिकी का बड़ा क्लस्टर बने, जिसमें खरीदार स्वयं आएं। बैठक में पीएस उमाकांत उमराव, जबलपुर कमिश्नर धनंजय सिंह, कृषि व कृषि सबंद्ध सभी विभागों के डायरेक्टर और सभाग के सभी जिलों के कलेक्टर व सीईओ जिला पंचायत व संबंधित अधिकारी मौजूद थे।