Investment : रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आए निवेश प्रस्तावों में कुछ बड़े धरातल पर आने शुरू हो गए हैं। आगामी समय में इथेनॉल, सोलर सेल और ड्रोन के निर्माण के लिए जबलपुर में बड़ी इंडस्ट्री स्थापित होने जा रही हैं। इसमें एक इंडस्ट्री के मध्यप्रदेश इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट कारपोरेशन की तरफ से उमरिया-डुंगरिया में 25 एकड़ भूमि का आवंटन कर दिया गया है। तीनों इंडस्ट्री के जरिए एक हजार करोड़ रुपए का निवेश आएगा। इसमें 500 से 600 लोगों को रोजगार मिलने की सभावना जताई गई है।
जबलपुर में हुए कॉन्क्लेव में मुय रूप से कृषि, खाद्य एवं डेयरी प्रसंस्करण, रक्षा, खनन एवं खनिज, कपड़ा एवं परिधान तथा पर्यटन प्रमुख क्षेत्र थे। इसमें जबलपुर सभाग सहित प्रदेशभर के लिए 22 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए थे। इसमें वृहद उद्योग और एमएसएमई उद्योग भी शामिल हैं। इनमें छह हजार लोगों को रोजगार की सभावना जताई गई थी। जो प्रस्ताव आए थे, उनकी मॉनिटरिंग के लिए मध्यप्रदेश इंडस्ट्रीयल डेवलपमेंट कारपोरेशन (एमपीआइडीसी) के क्षेत्रीय कार्यालय में सेल बनाया गया है। निवेशकों से लगातार चर्चा करने के साथ ही उनकी अड़चनों को दूर करने का काम किया जा रहा है।
Investment : इथेनॉल में 400 करोड़ रुपए का निवेश
भविष्य का यूल कहे जाने वाले इथेनॉल के उत्पादन के मामले में जबलपुर बड़ा केंद्र बनकर उभर रहा है। इसकी वजह यह है कि यहां कच्चा माल तो उपलब्ध है साथ ही मध्यभारत में होने के कारण परिवहन लागत में कमी आती है। इथेनॉल का एक नया प्लांट उमरिया-डुंगरिया में लगने जा रहा है। चंडीगढ़ की कंपनी यहां 400 करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। एमपीआईसी ने उमरिया-डुंगरिया औद्योगिक क्षेत्र में 25 एकड़ जमीन का आवंटन किया है। इतनी ही राशि का निवेश सिवनी के भुरखलखापा औद्योगिक क्षेत्र में हो सकता है। एक निजी कंपनी के अधिकारी दो बार आ चुके हैं। उन्हें 50 एकड़ भूमि की जरूरत है।
Investment : जबलपुर में 3 जगह पर फोकस
सोलर सेल बनाने वाली बड़ी कंपनी अपना प्लांट 40 से 50 एकड जमीन पर लगाना चाहती है। एमपीआइडीसी के कंसल्टेंट अभिजीत शुक्ला ने बताया कि कंपनी 500 करोड़ रुपए का निवेश करना चाहती है। इसके लिए सिहोरा के हरगढ़ औद्योगिक क्षेत्र के अलावा बरगी डैम के पास आरक्षित जगह की विजिट अधिकारी कर चुके हैं। इसी प्रकार नरसिंहपुर का प्रस्ताव भी बनाया गया है। जल्द ही कंपनी के साथ बैठक होगी। उसमें जगह फाइनल हो जाएगी। यह कंपनी सोलर सेल तैयार करती है।
Investment : गन्ने से सीबीजी का उत्पादन
सिंगापुर की एक कंपनी ने भी कप्रेस्ड बायोगैस प्लांट लगाने में रुचि दिखाई है। कंसल्टेंट ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए पांच एकड़ जमीन की जरुरत कंपनी को है। हरगढ़ और जबलपुर की सीमा से लगी जगह इसके लिए चिन्हित की जा रही है। हरगढ़ औद्योगिक क्षेत्र में तो जगह उपलब्ध है। यह कंपनी देश की सार्वजनिक क्षेत्र की एक तेल कंपनी को ईंधन की सप्लाई करेगी। इसके लिए दोनों के बीच अनुबंध भी हुआ है। इसमें 70 करोड़ रुपए का निवेश हो सकता है।
Investment : जबलपुर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आए निवेश प्रस्तावों को लेकर लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। निवेशकों को नियमों के अनुरूप सारी सुविधाएं दी जा रही हैं। इसका फायदा यह हुआ है कि कंपनियों ने स्थापना सबंधी प्रक्रिया को तेज कर दिया है। उन्हें भूमि का आवंटन करने के साथ ही अनुमतियां दिलाने में भी सहयोग किया जा रहा है।