तहसीलदार ने काटी एक दिन की सैलरी
तहसीलदार रविंद्र पटेल के अनुसार फार्मर रजिस्ट्री, आरओ आर और आधार लिंकिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में पटवारियों प्रदर्शन खराब रहा। जबकि राजस्व महाअभियान 3.0 के तहत रोजाना ही दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे थे। काम में कोई खास प्रगति नहीं दिखी। साथ ही कलेक्टर के निर्देशों को भी अनदेखा किया गया। जिसके चलते एक दिन की सैलरी काटने का कदम उठाना पड़ा।
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‘नो वर्क नो पे’ नीति पर काम हो रहा काम
इधर जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि शाहपुरा के तहसीलदार का कदम बिल्कुल सही है। पटवारी को जमीन नामांतरण, खसरा खतौनी, राजस्व 3 पॉइंट, आधार कार्ड लिंक अभियान, जमीन का सीमांकन जैसे काम करने होते हैं। साथ ही फॉर्मर रजिस्ट्री का काम भी किया जा रहा है। 10 फरवरी को इन सभी 44 पटवारियों ने कोई भी काम नहीं किया। जिसके चलते इनका एक का वेतन काटा गया है।