CG News: कंट्रोल स्ट्रक्चर पर रेत की बोरियां डालनी शुरू
इसके बाद बुधवार को जब इंद्रावती बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले किसान
जोरा नाला पहुंचे तो उन्होंने धरना देने की जगह नदी से रेत और चट्टान हटाने का काम शुरू कर दिया। इसका नजीता यह हुआ कि नदी का पानी बस्तर की तरफ तेजी से आने लगा। इसी बीच छत्तीसगढ़ सरकार की पहल पर ओडिशा सरकार ने भी जोरा नाला के कंट्रोल स्ट्रक्चर पर रेत की बोरियां डालनी शुरू कर दी। एक फीट तक ऊंचाई बढ़ाने से अब बस्तर की तरफ तेजी से पानी आ रहा है।
इंद्रावती बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष लखेश्वर कश्यप ने बताया कि बुधवार को उन्होंने मौके से ओडिशा के जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को काम शुरू करने की जानकारी दी। इस पर अधिकारियों ने काम शुरू करने की इजाजत दी। अपर कलेक्टर सीपी बघेल और एडिशनल एसपी महेश्वर नाग समेत ईई जल संसाधन वेद पांडेय ने स्थानीय किसानों को कलेक्ट्रेट बुलाकर नदी के लिए किए जा रहे कामों की जानकारी दी।
उन्हें बताया गया कि ओडिशा ने जोरा नाला के कंट्रोल स्ट्रक्चर की हाइड बढ़ाने का काम शुरू कर दिया। पानी का प्रवाह अब बढ़ रहा है। इस पर किसानों ने प्रशासन ने कहा कि अब बस्तर की तरफ के सारे एनिकेट खोलने से ही किसानों को पानी मिलेगा। इस दिशा में भी काम किया जाए। प्रशासन ने जल्द ही यह काम करने की बात कही।
ओडिशा का वादा- अप्रैल तक हटा देंगे रेत
CG News: जल संसाधन विभाग के अनुसार राज्य सरकार की पहल पर जोरा नाला के स्ट्रक्चर में रेत की बोरिया डाल जल प्रवाह बढ़ाया जा रहा है। जल समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल को इन्द्रावती नदी के जल संकट की समस्या से अवगत कराया था। जिस पर केन्द्रीय मंत्री ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और ओडिशा के मुख्यमंत्री को समस्या का हल करने निर्देश दिए। जिसके बाद
ओडिशा के मुख्यमंत्री ने राज्य के अधिकारियों को निर्देश दिया। इसके बाद अब जोरा नाला में स्थित कन्ट्रोल स्ट्रक्चर को अस्थाई रूप से एक फिट ऊंचा किया गया। जिससे इन्द्रावती नदी के जल प्रवाह में वृद्धि हुई है। साथ ही इन्द्रावती नदी के अप स्ट्रीम एवं डाउन स्ट्रीम में जमा रेत को हटाने का काम प्रारंभ किया जा चुका है, जिसे अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक हटा लिया जाने का आश्वासन दिया गया है।