सुकमा निवासी मनीष चांडक रायपुर से पायल बस में बैठकर
सुकमा आ रहा था। उन्होने बताया कि करीब एक घंटे से शौच के लिए बस को रूकवाने के लिए दरवाजा खोलने के लिए आवाज दे रहा था। लेकिन बस चालक एयरफोन से गाना सुन रहा था और परिचालक सो रहा था दोनों ने आवाज नहीं सुनी। उसके बाद में अपने दोस्त को जाकर बताया कि बहुत देर से शौच के लिए बस रूकवा रहा हूं लेकिन बस का दरवाजा नहीं खोला जा रहा है।
Jagdalpur News: जिसके बाद दोनों ने फिर से जोर-जोर से बस के दरवाजे को पीटा तब कही जाकर भानपुरी के पास बस चालक ने दरवाजा खोला। जिसके बाद मेने परिचालक को बोला कि तुम बस के साथ आए हो और यहां सो रहे हो इतने देर से दरवाजा खुलवा रहा हूं सुनाई नहीं दे रहा है। जिसके बाद परिचालक ने सामने गाली-गलौच करनी शुरू कर दी। हम दोनों बहस कर रहे थे तभी परिचालक शैलेन्द्र लोहेनुमा राड़ से मेरे सिर पर जोरदार मार दिया जिसके बाद खून बहने लगा।
मेरे साथी ने मुझे पकड़कर बस के भीतर ले गया उसके बाद में बेहोश हो गया, फिर मुझे
जगदलपुर महारानी अस्पताल में लाया गया जहां मेरा उपचार किया गया है। संबधित के खिलाफ बोधघाट थाने में एफआईआर दर्ज की गई है, पुलिस प्रशासन से उम्मीद करता हूं कि उचित कार्रवाई करे ताकि फिर कभी दुबारा किसी और यात्रियों के साथ ऐसा बर्ताव ना हो।
सुकमा से रायपुर जाने वाली हर बसों में आए दिन ऐसी शिकायतें आती रहती है। कई बार बस चालक देर होने के बहाने बनाते हुए बस को शौच के लिए नहीं रोकते है। अक्सर लोग इसी कारण बस चालकों के साथ मारपीट करते है उसके बावजूद बस चालक सुधरने का नाम नहीं ले रहे है।