दरअसल,
खींवसर उपचुनाव में बीजेपी की जीत के बाद जयपुर में उनके आवास के बाहर मूंछों के होर्डिंग लगाए गए हैं। इसके बाद सियासी गलियारों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
ऐसी बातें करना छोटी सोच- हरीश
इधर, हरीश चौधरी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि चुनाव एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है जो आमजन के मुद्दों, विचारधारा व भविष्य निर्माण की लड़ाई है। लेकिन दुर्भाग्य से पिछले कुछ सालों से इसे व्यक्तिगत प्रतिष्ठा से जोड़कर सभ्य समाज में विवादों को जन्म दिया जा रहा है। हार जीत चुनाव के दो पहलू हैं इसमें इस तरह की बातें करना छोटी सोच को दर्शाता है।
यहां से शुरू हुआ था ये विवाद
बताते चलें कि भजनलाल सरकार के मंत्री स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के चुनाव हारने पर अपनी मुछे मुंडवाने की शपथ ली थी। इसके बाद मूंछों का यह मामला अब राजधानी जयपुर तक पहुंच गया है। क्योंकि खींवसर उपचुनाव के रिजल्ट के बाद से ही मंत्री खींवसर और उनके बेटे लगातार सोशल मीडिया पर इससे जुडे़ पोस्ट डाल रहे हैं।
वहीं, परिणाम के तुंरत बाद भी एक वीडियो में मंत्री खींवसर मूंछो के ताव देते हुए नजर आए थे। अब सिविल लाइन्स में मुख्यमंत्री आवास के सामने गली में बने खींवसर हाउस के आसपास कई जगह मूंछों के होर्डिंग लगने के बाद इसके अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। इन होर्डिंग्स पर मूंछों के चित्र के साथ हैसटेग खींवसर लिखा हुआ है। ये होर्डिंग सिविल लाइन आने जाने वालों के कौतुहल का विषय बने हुए हैं।
खींवसर में बीजेपी के रेवंतराम डांगा जीते
गौरतलब है कि राजस्थान उपचुनाव की सभी सातों सीटों का परिणाम आ गया है, इनमें बीजेपी ने पांच सीटों (झुंझुनूं, खींवसर, देवली-उनियारा, सलूंबर, रामगढ़) पर जीत का परचम लहराया है। वहीं, कांग्रेस को दौसा और बाप को चौरासी में जीत से संतोष करना पड़ा है। खींवसर में बीजेपी के रेवंतराम डांगा को जीत मिली हैं, वहीं हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को हार का सामना करना पड़ा है।