काम करने वालों की चर्चा होती है- पायलट
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सचिन पायलट ने कहा कि समाज के बच्चों को शिक्षित करने के लिए ऐसे भवन की आवश्यकता थी, जहां गांव शहर के बच्चे पढ़ सके। अभी हमारे बच्चे परीक्षा भी पास करते हैं, लेकिन प्रतिस्पर्धा में पिछड़ जाते हैं, साक्षात्कार के समय सवालों के जवाब नहीं दे पाते। उनकी झिझक खत्म करनी होगी। इस दौरान पायलट ने कहा कि, “राजनीति में हर दल की भूमिका होती है जो कड़वा खून का घूंट पीकर लोगों को जोड़ने का काम करता है। लोग उसे लंबे समय तक याद रखते हैं, बातों को समझना और गरीब लोगों के लिए काम करने वालों की चर्चा होती है। पायलट ने कहा कि मैं 2004 में पहली बार संसद गया, तब संवाद होता था लोग धैर्य से बैठकर बात सुनते थे, अटल बिहारी वाजपेयी जो बोलते थे लोग उन्हें सुनते थे, लेकिन दुर्भाग्य है कि अब संसद का तरीका बदल गया है, अब वैसा तरीका देखने को नहीं मिल रहा।”
उन्होंने कहा कि जीकेप भवन में चंदे का पूरा विवरण है, पारदर्शिता है। पूरा विवरण वेबसाइट पर देखा जा सकता है, हमारा प्रयास होना चाहिए कि बच्चे पढ़-लिख कर लायक बन जाएं और देश की नीति में उनकी भागीदारी हो। उन्होंने अपने संबोधन में गुर्जर कर्मचारी अधिकारी कल्याण परिषद के लिए कहा कि सिर्फ घोषणा नहीं करनी इसे धरातल पर उतारने के लिए काम करना है।
राजस्थान का समाज तो मजबूत समाज- गुर्जर
समारोह की अध्यक्षता करते हुए भारत सरकार के सहकारिता मंत्री कृष्णपाल सिंह गुर्जर ने कहा कि राजस्थान कर्मचारी अधिकारी कल्याण परिषद एक नेक काम कर रही है। आने वाली पीढ़ी ऐसे भवन में शिक्षा ग्रहण करेगी। हर जगह ऐसे भवन होने चाहिए, मंत्री ने शिक्षा भवन के लिए सासंद कोष से 21लाख रुपए की घोषणा की। कम पड़ने पर और राशि देने का भरोसा दिलाया। केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल ने कहा कि यहां सबका एक ही उदेश्य है समाज का भला हो, जीकेप द्वारा सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने की पहल की सराहना की।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने सचिन पायलट को कांग्रेस राज में मुख्यमंत्री नहीं बनाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि, “राजस्थान का समाज तो बहुत मजबूत समाज है। यह जब किसी को देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है और जब लेने पर आता है चमड़ी तक उधेड़ लेता है और यह करके दिखाया भी है।”
कृष्णपाल सिंह गुर्जर ने कहा कि, “सचिन जी, मुझे कहने में कोई संकोच नहीं है, विजय बैंसला बैठे हैं। हर चुनाव में मुझे भी राजस्थान आने का मौका मिलता है। जब आप प्रदेश अध्यक्ष थे तो इस प्रदेश के समाज ने छप्पर फाड़ कर वोट दिया, किस लिए दिया यह आप भी जानते हैं और समाज भी जानता है, लेकिन उसके बदले में कुछ नहीं मिला तो मैं जो कह रहा था वह करके भी समाज ने दिखाया। गुर्जर ने कहा- हमारे मत और दल अलग हो सकते हैं, लेकिन उद्देश्य एक है, समाज को मजबूत करें। समाज हित को सर्वोपरि रखें।”
लाड़ले-प्यारे सचिन पायलट को प्रणाम- बैंसला
विजय बैंसला ने आयोजन के दौरान जब अपना संबोधन शुरू किया तो उन्होंने सचिन पायलट का स्वागत करते हुए कहा, हम सबके लाड़ले-प्यारे सचिन पायलट को प्रणाम। बैंसला के इस बात को सुनते ही शोर शुरू हुआ। वहीं बैंसला ने भी कहा मजा नहीं आया थोड़ा और जोर से…तो वहां नारेबाजी शुरू हुई ‘पायलट तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं’ इसके बाद विजय बैंसला ने भी कहा, हम भी साथ ही हैं चिंता मत करो।
बीजेपी नेता विजय बैंसला ने भजनलाल सरकार में गुर्जर कैबिनेट मंत्रियों की कम संख्या पर सवाल उठाए। बैंसला ने कहा कि, “सच्चाई तो बोलनी पड़ेगी, पिछली सरकार में जितने कैबिनेट मिनिस्टर थे और अब जितने कैबिनेट मिनिस्टर हैं, मजा नहीं आया। बात तो सच है, यह कहनी पड़ेगी। कुछ तो करना पड़ेगा। उन्होंने कहा- कृष्णपाल जी ने तो कह दिया, ऐसे नहीं तो वैसे लेना तो पड़ेगा और हम लेंगे।”
इस कार्यक्रम में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष विजय बैंसला ने आरक्षण आंदोलन में मारे गए 73 लोगों के लिए दो मिनट का मौन रखकर याद किया। बैंसला ने कहा कि, “आरक्षण को स्थाई रखने के लिए नौवीं अनुसूची में डलवाने का प्रयास सबको मिलकर करना चाहिए। केंद्र के मंत्री कृष्णपाल सिंह गुर्जर को देवनारायण जैसी योजना देश के अन्य राज्यों में भी चालू करवाने का आग्रह किया।”