यह भी पढ़ें कैब चालकों ने ऑटो चालकों को डराने-धमकाने की कोशिश की, जिससे दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस और हाथापाई की नौबत तक आ गई। करीब एक घंटे तक सड़क पर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। इस दौरान आमजन को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
यह भी पढ़ें सूचना मिलते ही मौके पर करधनी पुलिस टीम पहुंची, लेकिन पुलिस को देखकर कैब ड्राइवर्स वहां से फरार हो गए। इस मामले के बाद राजधानी जयपुर में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पिंकसिटी ऑटो चालक यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष अमर सिंह चौहान ने कहा कि ऑटो ड्राइवर्स हड़ताल में शामिल नहीं हैं, फिर भी उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऑटो चालकों से सरेआम छीनाझपटी और मारपीट की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर कैब यूनियन अपने चालकों को हिदायत नहीं देती है तो ऑटो यूनियन सड़क पर उतरकर कैब चालकों के खिलाफ मोर्चा खोलेगी। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से मांग की है कि ऐसे मामलों पर सख्ती से ध्यान दे, ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे।