सीएमएचओ डॉ. आशीष सिंह शेखावत ने बताया कि डब्ल्यूएचओ-एनसीडी कंट्री प्रोफाइल-2014 के अनुसार भारत में 60त्न से अधिक मौतें गैर-संचारी रोगों के कारण होती हैं, जिनमें हृदय रोग, श्वसन संबंधी रोग, मधुमेह और कैंसर प्रमुख हैं। राजस्थान में ऑरल, ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर सबसे अधिक मृत्यु का कारण बन रहे हैं। हर 7 मिनट में एक महिला सर्वाइकल कैंसर की वजह से अपनी जान गंवा रही है जो एक चिंताजनक स्थिति है।
डॉ. मंजू मौर्य और डॉ. सुमित्रा सिंह ने बताया कि शुरुआती अवस्था में कैंसर का पता लगाकर उचित उपचार किया जाए तो मृत्यु दर को काफी हद तक कम किया जा सकता है। राजस्थान में कैंसर का बढ़ता प्रभाव गलत जीवनशैली, तंबाकू सेवन, असंतुलित खानपान और समय पर इलाज न मिलने के कारण है।
डॉ. सतीश अग्रवाल और डॉ. सुमन यादव ने बताया कि भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र के एसडीजी लक्ष्यों के तहत 2030 तक कैंसर से होने वाली मौतों को 1/3 तक कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए समय पर जांच, जागरूकता और सही उपचार को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है। कार्यक्रम का संचालन डीएनओ रविकांत जांगिड़ ने किया।