इसके बाद मुख्य सचिव सुधांश पंत ने जांच के आदेश दिए है। जिसमें यह जांच की जाएगी कि बाहरी व्यक्ति को वीसी लिंक कैसे मिला, जिस पर जांच के आदेश दिए गए हैं। वीसी में प्रदेश के सभी संभागीय आयुक्त, कलेक्टर, डीआईजी, एसपी और अन्य महत्वपूर्ण सरकारी अधिकारी शामिल थे। बैठक के दौरान उस व्यक्ति ने न केवल सरकार की योजनाओं और रोड सेफ्टी पर विचारों को सुना, बल्कि मीटिंग खत्म होने के बाद वह बोल पड़ा कि वह भी इस विषय पर अपनी राय देना चाहता है।
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने जब उस व्यक्ति से उसकी पहचानने की कोशिश की तो उसने खुद को एक रिटायर्ड आरएएस अधिकारी है। इस घटना के बाद सीएस ने यह स्वीकार किया कि यह लापरवाही की एक बड़ी चूक है और उन्होंने तत्काल जांच के आदेश दिए।