Dholpur News: डकैतों की फायरिंग रेंज में 45 शूटर्स ने लिया मौत के घाट उतारने का प्रशिक्षण, एजीटीएफ ने यूं दबोचा
धौलपुर के डकैत रामदत्त ठाकुर की फायरिंग रेंज में देशभर के 45 से अधिक शूटरों को प्रशिक्षण दिया गया। इनमें से कई शूटरों ने अलग-अलग स्थानों पर लोगों की जान ली या उन्हें गोली मारकर गंभीर रूप से घायल किया।
धौलपुर में डकैतों की फायरिंग रेंज में शूटर्स ने ली ट्रेनिंग, पत्रिका फोटो
मुकेश शर्मा Rajasthan: धौलपुर के डकैत जीतू चंबल को एके-47 चेन सिस्टम के जरिए जयपुर पहुंचाई गई थी। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने कालवाड़ के हाथोज निवासी शिवराज सिंह को एके-47 पहुंचाने के मामले में चूरू के कोतवाली थाने के हिस्ट्रीशीटर जीतू जोड़ी (32) को शुक्रवार रात गिरफ्तार किया। एडीजी दिनेश एम.एन. के निर्देशन में एएसपी सिद्धांत शर्मा के नेतृत्व में एजीटीएफ की टीम आरोपी जीतू जोड़ी से पूछताछ कर रही है कि, उसने एके-47 कहां से और किससे ली।
एजीटीएफ की पड़ताल में सामने आया है कि, धौलपुर के डकैत रामदत्त ठाकुर की फायरिंग रेंज में देशभर के 45 से अधिक शूटरों को प्रशिक्षण दिया गया। इनमें से कई शूटरों ने अलग-अलग स्थानों पर लोगों की जान ली या उन्हें गोली मारकर गंभीर रूप से घायल किया। एजीटीएफ के अनुसार, रामदत्त को हरियाणा से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लाया जाएगा। उससे पूछताछ कर यह जानकारी ली जाएगी कि, उसकी फायरिंग रेंज में किस-किस गैंग के शूटरों को प्रशिक्षण दिया गया और किन वारदातों को उन्होंने अंजाम दिया।
आनंदपाल की गैंग से जुड़ गया रामदत्त
जानकारी के अनुसार, आरोपी रामदत्त की आनंदपाल से मुलाकात भरतपुर जेल में कई वर्ष पहले हुई थी। उस समय रामदत्त के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, तब आनंदपाल उसके घर का खर्चा उठाता था। इसके बाद रामदत्त आनंदपाल की गैंग में सक्रिय हो गया और धीरे-धीरे खुद का भी दबदबा स्थापित कर लिया। यह खुलासा रामदत्त के गिरफ्तार हो चुके भाई जीतू चंबल और पिता तेजपाल ठाकुर ने एजीटीएफ की पूछताछ में किया है। राजू ठेहठ की हत्या करने वाले शूटरों ने भी धौलपुर में ही फायरिंग का प्रशिक्षण लिया था और हत्या से पहले खेतड़ी में भी अभ्यास किया था, ताकि निशाना न चूके। इस मामले में जीतू चंबल, उसके पिता तेजपाल ठाकुर, शिवराज सिंह और जीतू जोड़ी को गिरफ्तार किया जा चुका है।
टाइल्स फैैक्ट्री की आड़ में शिवराज का नेटवर्क
एजीटीएफ की जांच में सामने आया है कि, जयपुर में कालवाड़ रोड पर टाइल्स की फैक्ट्री चलाने वाला शिवराज सिंह धौलपुर के राजाखेड़ा निवासी जीतू चंबल को एके-47 उपलब्ध कराता था। वह फैक्ट्री की आड़ में कई गैंग के बदमाशों के ठहरने का इंतजाम करता और उन्हें हथियार भी सप्लाई करता था। पूछताछ के बाद जयपुर, चूरू और झुंझुनूं से छह-सात बदमाशों को हिरासत में लिया गया है। आरोपियों से हथियार तस्कर महेन्द्र के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है। महेन्द्र के फ्लैट पर रखी एके-47 की फोटो भी मिली थी। हालांकि गोगामेड़ी की हत्या के बाद महेन्द्र फरार हो गया था।