ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में बताया कि जांच में सामने आया है कि स्मार्ट मीटर लगाते समय पुराने मीटर की रीडिंग 14.512 थी, लेकिन मीटर रीडर ने इसे गलती से 14,512 दर्ज कर दिया। इस मानवीय त्रुटि के कारण वास्तविक बिल की तुलना में अत्यधिक बिल बन गया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर लगने से इस तरह की गलतियों की गुंजाइश नहीं रहेगी, क्योंकि पूरा सिस्टम ऑटोमैटिक होगा।
ये है पूरा मामला
बता दें कि जयपुर जिले के जोबनेर क्षेत्र में हाल ही में बिजली निगम की ओर से हर घर में पुराने मीटर बदलकर नए स्मार्ट मीटर लगाए गए। जोबनेर के सराय मोहल्ला निवासी अमीरुद्दीन रंगरेज के घर में भी स्मार्ट मीटर लगा था। लेकिन, सूने मकान में बिना बिजली काम में लेने के बाद भी 1.26 लाख का बिजली बिल आ गया था। मामला सामने आने के बाद खुद मंत्री को इस मामले में पर सफाई देनी पड़ी।