राजस्थान से रहा गहरा जुड़ाव
बताते चलें कि मनमोहन सिंह का राजस्थान से खास संबंध रहा। अगस्त 2019 में वह राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए। यह सीट भाजपा सांसद मदनलाल सैनी के निधन के बाद खाली हुई थी। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने राजस्थान में कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स की नींव रखी। इनमें 2012 में दूदू से आधार आधारित सेवाओं की शुरुआत, 2013 में किशनगढ़ एयरपोर्ट और जयपुर मेट्रो फेज-1B की नींव शामिल हैं।उदयपुर से जुड़ी है डॉ. मनमोहन सिंह की यादें, 18 साल पहले आए थे यहां; झीलों को लेकर भी जताई थी चिंता
मनमोहन सिंह का राजनीतिक सफर
1957 से 1965- चंडीगढ़ के पंजाब विश्वविद्यालय में अध्यापक बने।1969 से 1971- दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अन्तरराष्ट्रीय व्यापार के प्रोफेसर रहे।
1976- दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में मानद प्रोफेसर बने।
1982 से 1985- भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे।
1985 से 1987- योजना आयोग के उपाध्यक्ष रहे।
1990 से 1991- प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार रहे।
1991- नरसिंहराव सरकार में वित्त मंत्री बने।
1991- पहली बार असम से राज्यसभा के सदस्य बने।
1996- दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में मानद प्रोफेसर बने।
1999- दक्षिण दिल्ली से लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन हार गए।
2001- तीसरी बार राज्यसभा सदस्य बने और सदन में कांग्रेस की ओर से विपक्ष के नेता बने।
2004 से 2014- लगातार दो बार भारत के प्रधानमंत्री रहे।
2019-2024- राजस्थान से निर्विरोध राज्यसभा सांसद बने और अप्रैल 2024 तक उनका कार्यकाल रहा।