स्टेशन के प्लेटफार्म के आगे अचानक हुए घटनाक्रम से रेलवे स्टेशन कर्मियों एवं खड़े यात्रियों के हाथ पांव फूल गए। तत्काल पहुंचे लोगों ने युवती को ट्रेन के नीचे से निकला। बाद में सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने गंभीर घायल युवती को शहर के उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर उसे गंभीर अवस्था में जयपुर रैफर कर दिया। युवती का देर रात तक चौमूं के एक निजी अस्पताल में उपचार जारी रहा।
आरपीएफ निरीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि सुबह 10.25 बजे जयपुर-भठिंडा रेलगाड़ी चौमूं-सामोद स्टेशन से रवाना हुई थी। तभी प्लेटफार्म पर आगे खड़ी एक युवती ने ट्रेन के आगे कूद गई। उस दौरान गाड़ी ने पूरी तरह से रफ्तार नहीं पकड़ी थी। जिससे युवती बच गई।
हालांकि गंभीर घायल होने पर उसे चौमूं के राजकीय उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से जयपुर रैफर कर दिया। देर रात तक युवती का चौमूं के एक निजी अस्पताल में उपचार जारी रहा। उन्होंने बताया कि युवती 18 वर्षीय दक्षिता शर्मा पुत्री दिनेश कुमार शर्मा निवासी रामपुरा डाबडी है।
30 मिनट देरी से रवाना हो पाई ट्रेन
स्टेशन मास्टर ने बताया कि घटना सुबह 10.25 बजे की है। उस दौरान जयपुर-भठिंडा गाड़ी रींगस की ओर जा रही थी। यहां रेलवे स्टेशन से रवाना होकर रफ्तार पकड ही रही थी कि एक युवती ट्रेन के आगे आ गई। पायलट ने ट्रेन की गति और धीमी कर ली। हादसे के बाद पायलट ने गाड़ी को रोक ली थी। तकरीबन 30 मिनट की देरी के बाद गाडी रवाना हो पाई।
बीए फाइनल में पढ़ती थी युवती
आरपीएफ निरीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि युवती बीए फाइनल में चौमूं के एक निजी स्कूल में पढ़ती है। युवती के पिता मजदूरी करते है। युवती के सिर में चोट और जबड़े व हाथ वगैरह में फ्रैक्चर है। शहर के निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है
सुसाइड नोट भी मिला
घायल युवती के पास से पुलिस को एक काफी में सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें मरने के संबंध में लिखा है। साथ ही घरवालों एवं संजय को परेशान नहीं करने और अंतिम संस्कार संजय से ही करवाने के बारे में लिखा है। पुलिस ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। हालांकि अभी सुसाइड करने के पुख्ता कारणों का पता नहीं चल पाया है।